उत्तराखंड में कौन हैं 4058 कारोबारी, जो दबाकर बैठे हैं 160 करोड़ का जीएसटी
राज्य कर विभाग ने कार्रवाई तेज करते हुए 765 कारोबारियों का जीएसटी नंबर सस्पेंड किया

Amit Bhatt, Dehradun: उत्तराखंड में 4058 कारोबारी ऐसे हैं, जो लंबे समय से जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) का भुगतान ही नहीं कर रहे हैं। कारोबार कर मुनाफे कमाने के बाद भी टैक्स जमा करने से ये कारोबारी परहेज कर रहे हैं। अब स्टेट जीएसटी (राज्य कर) विभाग ने सख्ती दिखाते हुए 765 कारोबारियों के जीएसटी नंबर सस्पेंड कर दिए हैं। वहीं, विभाग की सख्ती के बाद शनिवार को 1.20 करोड़ रुपए का जीएसटी बकाया भी जमा करवाया गया।
राज्य कर विभाग प्रदेश में सर्वाधिक राजस्व देने वाला विभाग है। ऐसे में इस विभाग पर अधिक से अधिक राजस्व देने का दबाव भी हर समय बना रहता है। शनिवार को उत्तराखंड शासन ने राजस्व संग्रह की समीक्षा करते हुए 31 मार्च 2025 तक सभी बकाया कर जमा कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही बकाएदारों का अपडेट भी लिया गया।
अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में 4058 ऐसे कारोबारी हैं, जिन पर 160 करोड़ रुपए का जीएसटी बकाया है। यानी औसतन रूप में प्रति कारोबारी पर 04 लाख का बकाया चल रहा है। इस दिशा में सख्त कार्रवाई करते हुए राज्य कर विभाग ने 765 कारोबारियों के जीएसटी नंबर (पंजीयन) सस्पेंड कर दिए हैं।
ऐसे कारोबारियों पर भी कार्रवाई की जा रही है, जो लंबे समय से रिटर्न दाखिल नहीं कर रहे हैं। अब तक ऐसे 515 कारोबारी प्रतिष्ठान चिह्नित करते हुए 55 के जीएसटी नंबर सस्पेंड कर दिए गए। आयुक्त राज्य कर डा अहमद इकबाल के अनुसार राज्य का विभाग का प्रयास है कि 160 करोड़ रुपए की जीएसटी दबाकर बैठे 4058 कारोबारियों पर 31 मार्च से पहले वसूली कर ली जाए। अन्यथा संबंधित का जीएसटी पंजीयन निलंबित करने के साथ ही निरस्तीकरण की कार्रवाई भी की जाएगी।