चमोली के डीएम डीईओ के पीछे हाथ धोकर पड़े, गुस्साए अफसरों और कर्मचारियों ने दी आंदोलन की चेतावनी
जिला आबकारी अधिकारी दुर्गेश्वर त्रिपाठी डीएम के उत्पीड़न से परेशान, प्रमुख सचिव से लगा चुके स्थानांतरण की गुहार

Rajkumar Dhiman, Dehradun: चमोली से एक अप्रत्याशित खबर सामने आई है। जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने जिला आबकारी दुर्गेश्वर त्रिपाठी की सर्विस ब्रेक करने का आदेश दे डाला है। यह कहानी जिलाधिकारी के उस छापे से शुरू हुई, जिसे उन्होंने जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय में अंजाम दिया। कार्यालय में जिला आबकारी (डीईओ) अधिकारी दुर्गेश्वर त्रिपाठी और स्टाफ के न मिलने पर उन्होंने कड़ा कदम उठा दिया। जिसमें डीईओ की सर्विस ब्रेक करने की संस्तुति के साथ ही 02 कार्मिकों का 01 दिन का वेतन रोक दिया। हालांकि, इसे सिक्के का एक पहलू ही बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि जिलाधिकारी संदीप तिवारी डीईओ त्रिपाठी के पीछे हाथ धोकर पड़े हैं। इससे पहले भी त्रिपाठी डीएम पर अभद्र व्यवहार का आरोप लगा चुके हैं। उन्होंने 18 मार्च को प्रमुख सचिव आबकारी को पत्र लिखकर अन्यत्र स्थानांतरण की मांग भी कर डाली थी। इसके बाद 31 मार्च को भी उन्होंने यही मांग दोहराई।
जिलाधिकारी चमोली पर अभद्रता के आरोप को लेकर आबकारी विभाग के न सिर्फ अधिकारी, बल्कि कर्मचारी भी आक्रोशित हैं। जिला आबकारी अधिकारी एसोसिएशन के अध्यक्ष एनआर जोशी ने प्रेस बयान जारी करते हुए कहा कि इस तरह से उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिलाधिकारी चमोली की अभद्रता के विरोध में सभी कार्मिकों को देहरादून में एकजुट होने का आह्वान किया गया है। नवनियुक्त मुख्य सचिव भी कह चुके हैं कि सभी कार्मिकों का सम्मान है।
ऐसे में किसी भी कार्मिक के साथ अमर्यादित व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि जिलाधिकारी चमोली की कार्रवाई का सम्मानजनक हल नहीं निकाला गया तो कार्यबहिष्कार कर कार्यालयों में तालाबंदी भी की जाएगी। जिसकी पूरी जिम्मेदारी जिलाधिकारी चमोली की होगी। जिला आबकारी अधिकारी एसोसिएशन की इस कॉल का आबकारी विभाग के सभी कर्मचारी संगठनों ने समर्थन किया है।