राजनितिक दलों के चंदे की पूरी लिस्ट, देखिए किसने कितना चंदा दिया
चंदा देने वालों की लिस्ट 426 पन्नों की, जबकि चंदा प्राप्त करने वाले राजनितिक दलों की लिस्ट 337 पन्नों की, भारत निर्वाचन आयोग ने वेबसाइट पर जारी की सूची
Rajkumar Dhiman, Dehradun: अब तक की सबसे बड़ी खबर सामने है। आखिरकार वह सूची सामने आ ही गई है, जिसमें यह देखा जा सकता है कि किस औद्योगिक घराने/कंपनी या व्यक्ति ने राजनीतिक दलों को कितना चंदा दिया है। इलेक्टोरल बॉन्ड के रूप में यह जानकारी दर्ज है। सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद एसबीआई ने इलेक्टोरल बॉन्ड की सूची भारत निर्वाचन आयोग को उपलब्ध कराई है। जिसे भारत निर्वाचन आयोग ने अपनी वेबसाइट पर दर्ज कर दिया है। साथ ही यह भी स्पष्ट हो गया है कि किस राजनितिक दल ने यह चंदा अपने खाते में कैश किया है। इस सूची में भाजपा पहले, तृणमूल कांग्रेस दूसरे और कांग्रेस तीसरे स्थान पर है। लेकिन, इन सूची से अभी यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि किस कंपनी ने किस राजनितिक दल को कितना चंदा दिया है। हालांकि, इस सूची के अवलोकन पर यह स्पष्ट हो रहा है कि किन बड़े ग्रुप ने राजनीतिक दलों को चंदा दिया है। जिसमें बड़े डोनर में फ्यूचर गेमिंग, मेघा इंजीनियरिंग, आइटीसी, वेदांता लि., एसएल माइनिंग, लक्ष्मी निवास मित्तल, ग्रासिम इंडस्ट्री, अपोलो टायर, भारती लिमिटेड, जिंदल ग्रुप, डीएलफ ग्रुप, जेके सीमेंट आदि शामिल हैं। नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके चंदा देने वाली कंपनियों की पूरी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। https://roundthewatch.com/wp-content/uploads/2024/03/companies-list.pdf
अंबानी और अडानी का नाम नहीं, यह हो सकता है कारण
चंदा देने वालों की सूची में अंबानी और अडानी का नाम देखने को नहीं मिला है। संभव है कि इन्होंने अपनी सब्सिडरीज के माध्यम से चंदा दिया हो। हालांकि, पूरी जानकारी मिलने में अभी और समय लग सकता है। क्योंकि, एसबीआई ने जब सुप्रीम कोर्ट में यह कहा था कि आंकड़ों को व्यवस्थित रूप में देने में कुछ समय लग सकता है। तब सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि फिलहाल जो डेटा जिस फॉर्म में है, उसे उसी फॉर्म में दिया जाए। इस सूची में वर्ष 2019 से लेकर वर्ष 2024 तक दिए गए चंदे का विवरण है। यही कारण है कि स्पष्ट जानकारी मिलने में कुछ इंतजार करना पड़ सकता है। नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर चंदा प्राप्त करने वाले राजनीतिक दलों की सूची देखी जा सकती है। https://roundthewatch.com/wp-content/uploads/2024/03/political-parties.pdf
चंदे में भाजपा पहले, तृणमूल कांग्रेस दूसरे और कांग्रेस अध्यक्ष तीसरे स्थान पर
चुनाव आयोग की ओर से जारी चुनावी बॉन्ड इनकैश करवाने वालों के अब तक के आकलन में यह मोटे तौर पर पाया गया है कि भाजपा पहले, ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस दूसरे, जबकि अध्यक्ष, अखिल भारतीय कांग्रेस समिति तीसरे स्थान पर है। आकलन के मुताबिक भाजपा ने 6000 करोड़ रुपये, तृणमूल कांग्रेस ने 1600 करोड़ रुपये और कांग्रेस ने 1400 करोड़ रुपये के बॉन्ड भुनाए हैं। इसके बाद भारत राष्ट्र समिति ने 1200 करोड़ रुपये, बीजू जनता दल ने 700 करोड़ रुपये से अधिक के इलेक्टोरल बॉन्ड को इनकैश किया है। इस मामले में पांचवें और छठे नंबर पर दक्षिण भारत की पार्टियां डीएमके और वाईएसआर कांग्रेस (युवा सेना) रही हैं।
सूची में इन पार्टियों के बाद तेलुगु देशम पार्टी, शिवसेना (पॉलिटिकल पार्टी), राष्ट्रीय जनता दल, आम आदमी पार्टी, जनता दल (सेक्युलर), सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा, नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी, जनसेना पार्टी, अध्यक्ष समाजवादी पार्टी, बिहार प्रदेश जनता दल (यूनाइडेट), झारखंड मुक्ति मोर्चा, शिरोमणि अकाली दल, ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम, शिवसेना, महाराष्ट्रवादी गोमन्तक पार्टी, जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ़्रेंस, नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी शामिल हैं।
फ्यूचर गेमिंग ने दिया 1300 करोड़ से अधिक का चंदा
सबसे अधिक कीमत के इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदने वाली कंपनियों में फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज और इसके बाद मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड का नाम है। फ्यूचर गेमिंग ने कुल 1368 बॉन्ड खरीदे, जिनकी कीमत 1368 करोड़ रुपये थी। वहीं, मेघा इंजीनियरिंग ने 966 करोड़ रुपये के कुल 966 बॉन्ड खरीदे। इनके बाद जिन कंपनियों ने सबसे अधिक बॉन्ड खरीदे उनमें क्विकसप्लायर्स चेन प्राइवेट लिमिटेड, हल्दिया एनर्जी लिमिटेड, वेदांता लिमिटेड, एसेल माइनिंग एंड इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड, वेस्टर्न यूपी पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड, केवेंटर फूडपार्क इंफ्रा लिमिटेड, मदनलाल लिमिटेड, भारती एयरटेल लिमिटेड, यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, उत्कल अलुमिना इंटरनेशनल लिमिटेड, डीएलएफ़ कमर्शियल डेवलेपर्स लिमिटेड, जिंदल स्टील, आईएफ़बी एग्रो लिमिटेड, डॉ. रेड्डी लैबोरेटरीज आदि का नाम शामिल है।
1000 से 01 करोड़ रुपये के बीच में दिया गया चंदा
इलेक्टोरल बॉन्ड की सूची के मुताबिक राजनीतिक दलों को दिए गए चंदे की राशि 1000 रुपये से लेकर 01 करोड़ रुपये के बीच है। इसका मतलब यह भी नहीं है कि किसी कंपनी ने अधिकतम 01 करोड़ रुपये ही चंदा दिया है, बल्कि इसका मतलब यह है कि संबंधित कंपनी ने 01 करोड़ रुपये के तमाम इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे हैं। कुल खरीदे गए बॉन्ड की संख्या 22,217 है, जबकि राजनितिक दलों ने 22,030 बॉन्ड कैश कराए हैं।