कांग्रेस के डूबते जहाज से विधायक भंडारी भी उतरे, पीएम मोदी की शान में पढ़े कसीदे
राजनीतिक वनवास की तरफ कांग्रेस, बदरीनाथ सीट से विधायक राजेंद्र भंडारी भी भाजपा में शामिल, पत्नी रजनी भंडारी की बर्खास्तगी हाई कोर्ट के आदेश पर चल रही स्थगित
Rajkumar Dhiman, Dehradun: लोकसभा चुनाव का दंगल अभी ढंग से शुरू भी नहीं हो पाया है और उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस में खलबली मची हुई है। कांग्रेस के नेता, पूर्व विधायक, सिटिंग विधायक तक पार्टी को अलविदा कहकर भाजपा में सुरक्षित ठौर तलाश रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस के डूबते जहाज से अब बारीनाथ सीट से कांग्रेस विधायक राजेंद्र सिंह भंडारी भी उतरकर भाजपा में सुरक्षित ठिकाना तलाश चुके हैं। उन्होंने नई दिल्ली में भाजपा की सदस्य्ता ग्रहण की और साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शान में कशीदे पढ़ते हुए उनका वीडियो भी सामने आया है। राजेंद्र सिंह भंडारी इस वीडियो में पौड़ी संसदीय सीट से भाजपा प्रयाशी अनिल बलूनी की जीत के लिए दिन-रात एक करने का संकल्प भी ले रहे हैं।
बदरीनाथ सीट से कांग्रेस विधायक राजेंद्र भंडारी ने ऐसे समय पर भाजपा का दामन थामा, जब उनकी पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष चमोली रजनी भंडारी नंदा राजजात यात्रा के कार्यों में भ्रष्टाचार के आरोप में घिरी हैं। सरकार उन्हें दो बार पद से हटा चुकी है और दोनों बार हाई कोर्ट से स्टे के रूप में उन्हें अभयदान मिला है। राजेंद्र भंडारी चमोली क्षेत्र में बड़ा नाम हैं। वह पहली बार वर्ष 2007 में नंदप्रयाग सीट से विधायक बने थे। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और बाद में कांग्रेस से जुड़ गए थे।
कांग्रेसी खेमे में मची खलबली का यहीं अंत नहीं होता दिख रहा है। टिहरी संसदीय सीट के अंतर्गत टिहरी के पूर्व विधायक धन सिंह नेगी ने भी कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया है। धन सिंह भाजपा के टिकट पर टिहरी से विधायक बने थे और अगले दौर में वह कांग्रेस में शामिल हो गए थे। उनके कांग्रेस छोड़ने के बाद इस सीट पर भी पार्टी की राह मुश्किल हो गई है। उनके भी दोबारा भाजपा का हिस्सा बनने की चर्चा तेज हो गई है। इससे पहले कांग्रेस के पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण, मालचंद भी भाजपा की सदस्य्ता ग्रहण कर चुके हैं।
इसी कड़ी में पूर्व वन मंत्री हरक सिंह रावत की पुत्रवधू अनुकृति गुसाईं और हरक की करीबी लक्ष्मी राणा कांग्रेस से त्यागपत्र दे चुकी हैं, तो भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री रहे मेजर जनरल भुवन चंद्र खंडूड़ी (रिटायर) के पुत्र मनीष खंडूड़ी भी कांग्रेस से पाला बदलकर भाजपा का हिस्सा बन चुके हैं। माना जा रहा है कि अभी उत्तराखंड कांग्रेस को और बड़े झटके लग सकते हैं। वह किस रूप में होंगे यह तो वक्त ही बताएगा।