Round The Watch: मामला इस प्रकार है कि खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा राशन कार्ड उपभोक्ताओं को पीवीसी स्मार्ट राशन कार्ड उपलब्ध कराए जाते हैं। क्योंकि अब पासबुक वाले राशन कार्ड बंद हो चुके हैं। जिनके स्थान पर अब उपभोक्ताओं को पीवीसी राशन कार्ड मिलते हैं।
परंतु जिले में बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं को भी विषय राशन कार्ड नहीं मिले हैं। इसीलिए आम जनता ऑनलाइन पर्ची से ही राशन ले रही है। जनता को भी पीवीसी राशन कार्ड ना मिलने के कारण आईडी संबंधी कामों में अनेक कठिनाइयों एवं दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पीवीसी राशन कार्ड ना होने के चलते उपभोक्ता ऑनलाइन पर्ची की मदद से सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों से खाद्यान्न ले रहे हैं। क्योंकि पीवीसी राशन कार्ड ना मिलने की वजह से जनता के अनेक सरकारी कामों जैसे बिजली कनेक्शन, पेयजल कनेक्शन, आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, स्थाई निवास प्रमाण पत्र, एंव सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं आदि में आवेदन करने में दिक्कतें आ रही है। क्योंकि इन सभी कार्यों में राशन कार्ड अनिवार्य है। अब क्योंकि पूर्ति विभाग द्वारा उपभोक्ताओं को राशन कार्ड की जगह ऑनलाइन पर्ची दी गई है जो कि इन कामों में किसी काम की नहीं है।
क्योंकि इस पर्ची से सिर्फ राशन ही मिल सकता है। इस पर्ची का उपयोग आईडी संबंधी विभिन्न सरकारी कार्यों एवं योजनाओं में नहीं हो सकता है। जिस कारण जनता परेशान हो रही है।
एवं कई बार पूर्ति विभाग के दफ्तर के चक्कर काटने के बाद भी लोगों को पीवीसी राशन कार्ड नहीं मिल पा रहे हैं। जिस कारण पूर्ति विभाग की सुस्ती एवं लापरवाही आम जनता पर भारी पड़ रही है।
आम जनता की इन्हीं समस्याओं एवं परेशानियों को देखते हुए आइटीआइ कार्यकर्ता एवं विधि छात्र मो. आशिक ने जिला पूर्ति अधिकारी देहरादून से सूचना के अधिकार (RTI) के तहत पीवीसी राशन कार्ड से संबंधित जानकारी मांगी थी। जिसमें उन्होंने विभाग से जानकारी मांगी थी कि देहरादून जिले में अभी तक कुल कितने लोगों के राशन कार्ड बनाए जा चुके हैं एवं देहरादून जिले में कुल कितने लोगों को अभी तक पीवीसी राशन कार्ड मिल चुके हैं।साथ ही पूछा कि देहरादून जिले में अभी तक कुल कितने लोगों को पीवीसी राशन कार्ड मिलने शेष है। जिसके पश्चात जिला पूर्ति अधिकारी देहरादून द्वारा सूचना के अधिकार के तहत जानकारी उपलब्ध कराई गई।
सूचना के अधिकार के तहत जिला पूर्ति अधिकारी द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार देहरादून जिले में अभी तक कुल 35,7803 लोगों के राशनकार्ड बनाए जा चुके हैं। अर्थात जिले में अभी तक कुल 35,7803 राशन कार्ड धारक हैं। देहरादून जिले में अभी तक कुल 37,8342 लोगों को पीवीसी राशन कार्ड वितरित किए जा चुके हैं। जबकि 24,016 को अभी तक राशन कार्ड मिलने शेष है। इसमें सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि सूचना के अधिकार के तहत जिला पूर्ति अधिकारी द्वारा स्वंय यह स्वीकार किया गया है कि जिले में अभी तक जितने भी लोगों को पीवीसी राशन कार्ड नहीं मिले हैं, उनके राशन कार्ड संबंधित एजेंसी को प्रिंटिंग के लिए दिए गए हैं। इससे पूर्ति विभाग की लापरवाही एवं सुस्ती साफ जाहिर होती है। पूर्ति विभाग की सुस्ती एवं लापरवाही का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
क्या कहते हैं आंकड़े–
कुल 35,7803 राशनकार्ड उपभोक्ता है देहरादून जिले में।
-अभी तक 37,8342 राशनकार्ड उपभोक्ताओं को वितरित किये जा चुके हैं पीवीसी राशनकार्ड।
-24,016 उपभोक्ताओं को नहीं मिले अभी तक पीवीसी राशनकार्ड।