पुलिस को अब पूर्व आयकर आयुक्त की तलाश, दून में रेडियोएक्टिव डिवाइस मामले में बनाया आरोपी
राजपुर रोड स्थित पूर्व आयकर आयुक्त श्वेताभ सुमन के फ्लैट से मिली थी डिवाइस, 05 की गिरफ्तारी के बाद 02 अन्य हिरासत में
Amit Bhatt, Dehradun: उत्तराखंड की राजधानी दून में रेडियोएक्टिव डिवाइस मिलने के मामले में पुलिस गहनता से आगे बढ़ रही है। अब प्रकरण में पूर्व चर्चित आयकर आयुक्त श्वेताभ सुमन को भी आरोपी बनाते हुए उनकी तलाश शुरू कर दी गई है। साथ ही मामले में पहले ही 05 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी पुलिस ने 02 अन्य आरोपियों को हिरासत में लिया है। वहीं, राजपुर थाना पुलिस ने मामले में धोखाधड़ी की धाराओं में बढ़ोतरी की है। क्योंकि, आरोपित डिवाइस को ऊंचे दाम में बेचकर करोड़ों रुपये का मुनाफा कमाना चाहते थे।
शुक्रवार को पुलिस ने सुमित पाठक निवासी विजयनगर आगरा, उत्तर प्रदेश वर्तमान निवासी आधार अपार्टमेंट नगला, न्यू आगरा उत्तर प्रदेश, तबरेज आलम निवासी रिढी ताजपुर थाना बेहट, जिला सहारनपुर, उत्तर प्रदेश, सरवर हुसैन निवासी मोहन गार्डन, उत्तम नगर, नई दिल्ली,
जैद अली निवासी बडोवाली मस्जिद, थाना जहांगीराबाद, भोपाल मध्य प्रदेश और अभिषेक जैन निवासी टाप रेजिडेंसी, थाना करोल, भोपाल मध्य प्रदेश को गिरफ्तार करते हुए रेडियोएक्टिव डिवाइस बरामद की थी। आरोपितों को ब्रुक एंड वुड्स सोसाइटी स्थित पूर्व आयकर आयुक्त श्वेताभ सुमन के फ्लैट से गिरफ्तार किया गया था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह के अनुसार पूछताछ में आरोपित तबरेज आलम ने बताया कि 10-11 महीने पहले सहारनपुर निवासी उसके परिचित राशिद उर्फ समीर ने बताया कि उसके पास रेडियोएक्टिव पावर डिवाइस है, जो कि करोड़ों में बिकती है। उसे रुपयों की सख्त जरूरत है, ऐसे में वह उसे सस्ते में बेच रहा है। तबरेज आलम ने यह डिवाइस पांच लाख रुपये में खरीद ली और खरीददार की तलाश में लग गया। वह दिल्ली में जामिया मीलिया इस्लामिया सेंट्रल यूनिवर्सिटी में पढ़ा है। उसे दिल्ली में लव मल्होत्रा नाम का व्यक्ति मिला, जिसने बताया कि उसका एक परिचित सुमित पाठक है, जो ऐसी डिवाइस के बारे में काफी जानकारी रखता है।
इसके बाद लव मल्होत्रा ने तरबेज आलम की मुलाकात सुमित पाठक से करवाई। डिवाइस की खरीद फरोख्त के लिए उन्होंने परिचित सरवर हुसैन को साथ जोड़ा और सुमित पठक ने सौदा पक्का करने और डिवाइस चेक करने के लिए देहरादून बुलाया। डिवाइस की खरीद फरोख्त के बारे में जानकारी एकत्रित करने के बाद पुलिस अब इस बात की जानकारी जुटा रही है कि डिवाइस का देहरादून कनेक्शन क्या है और इसका प्रयोग किस काम में किया जाना था। इस तरह की डिवाइस का संबंध किसी बड़ी घटना को अंजाम देने से भी जुड़ा होने का अंदेशा है।
डिवाइस के सौदे में श्वेताभ सुमन की शह का आरोप, इसी फ्लैट का चुनाव क्यों?
आरोपितों ने डिवाइस के सौदे के लिए पूर्व आयकर आयुक्त श्वेताभ सुमन से उनका फ्लैट किराए पर लिया। पुलिस के मुताबिक श्वेताभ सुमन ने सुमित पाठक को इस बात का भरोसा दिलाया था कि वह काफी प्रभावशाली व्यक्ति है और उसके घर पर पुलिस नहीं आ सकती। आरोपित तबरेज अपनी कार से डिवाइस लेकर देहरादून पहुंचा। वहीं, सुमित पाठक व उसके परिचित सरवर हुसैन को भी सौदे के लिए बुलाया। सुमित पाठक अपने साथ जैद अली व अभिषेक जैन को लाया। सभी आरोपित सुमित पाठक के साथ डिवाइस खरीदारी में अपना हिस्सा रखना चाहते थे। आरोपित सुमित को उम्मीद थी कि रेडियोएक्टिव मटीरियल को आगे बेचकर उससे करोड़ों का मुनाफा कमा सकते हैं।
- केमिकल की जांच परमाणु अनुसंधान केंद्र में होगी
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि डिवाइस में केमिकल की जांच के लिए उसे भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र मुंबई भेजा जा रहा है। शनिवार को सभी आरोपितों को कोर्ट के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया गया है। आरोपित श्वेताभ सुमन की तलाश चल रही है। हिरासत में लिए गए दो आरोपितों से पूछताछ जारी है। पूछताछ के दौरान यदि किसी अन्य के नाम सामने आते हैं तो उनकी भी गिरफ्तारी की जाएगी।
रेडियो एक्टिव पदार्थ उच्च स्तर के सरकारी अफसर
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बच्चे का दम घोटने जैसी खबरों को पड कर लगता है दुनिया का अंत हि भल्ला रहेगा। ऐसी हरकतें तो जानवर भी नहीं करते।इंसान जानवर से भी बतर हैं।