डीएम ने हवालात में बंद कराए बकाएदार, तब पल्ले से निकले 2.5 करोड़
नौ बकाएदारों को हवालात में बंद करने व कुर्की की कार्रवाई के बाद जमा कराए गए 2.5 करोड़ रुपये
सरकारी राजस्व व बैंकों का पैसा मारकर मस्त घूम रहे बकाएदारों को जिलाधिकारी (डीएम) सोनिका ने शनिवार को हवालात की सैर करा डाली। जिसके बाद बकाएदारों से 2.5 करोड़ रुपये की वसूली की गई। बाकी की रकम बकाएदारों से शीघ्र जमा कराने का भरोसा दिलाया। इसके अलावा दो बकाएदारों के हाथ न आने पर कुर्की की कार्रवाई की गई।
जिलाधिकारी सोनिका के निर्देशों के अनुपालन में उपजिलाधिकारी सदर नरेश चंद्र दुर्गापाल व तहसीलदार सदर मो. शादाब के नेतृत्व में बकाएदारों के विरुद्ध विशेष वसूली अभियान चलाया गया। अभियान के तहत खनन राजस्व के बकाएदार महेंद्र सिंह बिष्ट निवासी बंजारावाला को 22.9 लाख की देनदारी व कोर्ट के एमएसीटी के 9.42 लाख रुपये के बकाएदार घनश्याम सिंह निवासी छमरौली व वीर सिंह फुलेत को हवालात में बंद करने पर 2.2 लाख रुपये जमा कराए गए। इसी तरह स्टांप के बकाएदार अतुल गुप्ता निवासी दीपलोक कालोनी को राजस्व हवालात में बंद करने के बाद 5.31 लाख रुपये की संपूर्ण वसूली करा ली गई। लंबे समय से यूको बैंक के 2.86 लाख रुपये दबाकर बैठे चंद्र प्रकाश बडोला को राजस्व हवालात में बंद करने के बाद पूरी राशि वसूल की गई। पंजाब नैशनल बैंक के ऐसे ही एक बकाएदार राजीव गुप्ता को 6.93 लाख रुपये का बकाया अदा न करने पर बंद किया गया और इसके बाद दो लाख रुपये की वसूली कर ली गई। स्टांप के 26 लाख रुपये के बकाएदार कालिंदी एन्क्लेव निवासी संजीव सेठी के विरुद्ध जब कुर्की की कार्रवाई शुरू की गई तब जाकर उन्होंने बकाया अदा किया। इसी तरह पंजाब नैशनल बैंक के बकाएदार से चंद्रलोक कालोनी निवासी गुरमीत सिंह से बैंक के साथ छह लाख का समझौता कराया गया, जबकि इसी बैंक के बकाएदार मोहिनी रोड निवासी संजय वर्मा के साथ 5.22 लाख का समझौता कराने पर हवालात से छोड़ा गया। दूसरी तरफ न्यायालय के बकाएदार घनश्याम सिंह व वीर सिंह की अचल संपत्ति की कुर्की की गई।