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चामासरी मार्ग दुपहिया के लिए बहाल, चौपहिया को अभी इंतजार

सोमवार की दोपहर को ध्वस्त हो गया था सहस्रधारा-चामासारी मार्ग का 60 मीटर हिस्सा, मार्ग को बहाल करने में युद्ध स्तर पर जुटी लोनिवि की मशीनरी

Round The Watch: राजधानी दून के घंटाघर से करीब 19 किलोमीटर दूर चामासारी और करीब चार अन्य गांवों के निवासी तीन दिन से दून से कटे हुए हैं। सोमवार दोपहर को सहस्रधारा-चामासारी मार्ग का 60 मीटर हिस्सा भूस्खलन से ढह जाने के चलते यह हालात पैदा हुए हैं। इसके चलते क्षेत्र में खाद्य पदार्थों की आपूर्ति चरमरा गई है। हालांकि, लोनिवि प्रांतीय खंड की मशीनरी सड़क को बहाल करने के लिए युद्ध स्तर पर जुटी है और शाम तक सड़क को दोपहिया वाहनों के लिए अस्थाई तौर पर बहाल कर दिया गया था।

सहस्रधारा-चामासारी मार्ग को बहाल करने के लिए दोनों छोर पर संचालित लोनिवि की जेसीबी

लोनिवि प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता जितेंद्र त्रिपाठी के मुताबिक करीब 15 किलोमीटर लंबी सड़क के पांचवें किलोमीटर का 60 मीटर भाग पूरी तरह ध्वस्त हुआ है। इससे चामासारी, सेरा समेत बस्वाल, नागद्वाण, भौंक्याली, लोहारीगाड आदि गांवों का संपर्क कट गया। मार्ग को बहाल करने के लिए दोनों छोर पर जेसीबी लगाई गई है। इसके अलावा पोकलैंड के माध्यम से भी काम में तेजी लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। अभी वर्तमान में मार्ग को दोपहिया वाहनों के चलने लायक बना दिया गया है। कार को भी यहां से गुजारा जा सकता है, लेकिन यह खतरनाक साबित हो सकता है। लिहाजा, ग्रामीणों को आपात स्थिति में ही मार्ग पर चौपहिया वाहनों के संचालन की सलाह दी गई है। मार्ग को पूरी तरह 12 अगस्त तक बहाल कर दिया जाएगा। वहीं, चामासारी/सेरा के पूर्व प्रधान कृपाल जवाड़ी ने कहा कि मार्ग की मरम्मत स्थाई रूप में की जाए। साथ ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। ताकि ग्रामीणों को अनावश्यक परेशान न होना पड़े।

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