रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में केपी सिंह को बी-वारंट पर लाई पुलिस, भेजा जेल
केपी सिंह को कस्टडी में लेने के लिए पुलिस ने सीजेएम कोर्ट में पीसीआर का प्रार्थना पत्र भी किया दाखिल
Amit Bhatt, Dehradun: रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में अहम किरदार निभाने वाले सहारनपुर के कथित बड़े भू-माफिया केपी सिंह को पुलिस आखिरकार सहारनपुर से बी-वारंट पर दून ले आई। इसके साथ ही आरोपित केपी सिंह को कोर्ट में पेश करने के साथ सुद्धोवाला जेल भेज दिया गया है।
रजिस्ट्री फर्जीवाड़े की जांच कर रही एसआईटी ने शुक्रवार दोपहर को केपी सिंह को सीजेएम लक्ष्मण सिंह की कोर्ट में पेश किया। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने आरोपित को जेल में दाखिल करा दिया है। इसके साथ ही केपी सिंह की कस्टडी मांगने के लिए कोर्ट के समक्ष प्रार्थना पत्र भी दाखिल कर दिया। जिस पर कोर्ट सोमवार को सुनवाई करेगी। केपी सिंह की रिमांड यदि पुलिस को मिल जाती है तो रजिस्ट्री फर्जीवाड़े से संबंधित अहम साक्ष्य पुलिस के हाथ लग सकते हैं। इससे पहले पुलिस प्रकरण में गिरफ्तार किए गए आरोपित नामी अधिवक्ता कमल विरमानी और उनके पूर्व मुंशी रोहताश को रिमांड में लेकर भी पूछताछ कर चुकी है।
प्रकरण में 10 आरोपित किए जा चुके गिरफ्तार
रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में केपी सिंह की गिरफ़्तारी के साथ 10 आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इनमें पूर्व में गिरफ्तार किए गए संतोष अग्रवाल, दीपचंद अग्रवाल, रजिस्ट्रार कार्यालय का पूर्व कर्मचारी डालचंद, अजय सिंह क्षेत्री, विकास पांडे, अधिवक्ता इमरान अहमद, पीलीभीत का रहने वाला मक्खन सिंह, अधिवक्ता कमल विरमानी और पूर्व मुंशी रोहताश सिंह का नाम शामिल है।
अधिवक्ताओं का डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन
हापुड़ में अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज और उत्तराखंड में पुलिस द्वारा किए जा रहे उत्पीड़न के विरुद्ध अधिवक्ताओं ने शुक्रवार को एक बार फिर मोर्चा खोला। दून में बड़ी संख्या में एकजुट हुए अधिवक्ताओं ने डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया और ज्ञापन सौंपा। अधिवक्ता रजिस्ट्री फर्जीवाड़े की जांच पुलिस की जगह सीबीआई से कराने की मांग पहले ही कर चुके हैं और शुक्रवार को भी इसे दोहराया गया।