रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में जेल से बाहर आएगा केपी सिंह, पुलिस को रिमांड मिली
सीजेएम लक्ष्मण सिंह की कोर्ट ने चार दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड की मंजूर
Amit Bhatt, Dehradun: करोड़ों रुपये के रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में सहारनपुर जेल से बी-वारंट पर लाए गए कथित भूमाफिया केपी सिंह की रिमांड पुलिस को मिल गई है। सोमवार दोपहर को सीजेएम लक्ष्मण सिंह की कोर्ट में आरोपित केपी सिंह की रिमांड पर सुनवाई की गई। कोर्ट ने एसआईटी की अर्जी को मंजूर करते हुए उसे चार दिन की पुलिस रिमांड में भेजने का आदेश दिया है।
केपी सिंह की रिमांड के दौरान पुलिस की ओर से कोर्ट को बताया गया कि यह घोटाले की मुख्य कड़ी में से एक है। इसके माध्यम से न सिर्फ देहरादून में फर्जीवाड़े से संबंधित साक्ष्य जुटाए जाने हैं, बल्कि उसे सहारनपुर भी ले जाया जाएगा।
क्योंकि, दिसंबर 2022 से पहले जो भूमि अभिलेख सहारनपुर में दशकों तक रखे गए थे, उनके साथ भी बड़े पैमाने पर छेड़छाड़ की गई है। जमीनों का स्वामित्व बदलकर उनकी जगह जाली दस्तावेज रखे गए हैं। तमाम दलील पर गौर करने के बाद सीजेएम लक्ष्मण सिंह ने पुलिस की अर्जी पर केपी सिंह की चार दिन की रिमांड मंजूर कर दी।
इससे पहले पुलिस रजिस्ट्री फर्जीवाड़े के आरोपित अधिवक्ता कमल विरमानी और उनके पूर्व मुंशी रोहताश की दो दिन की रिमांड हासिल कर चुकी है। जिसमें पुलिस ने तमाम साक्ष्य जुटाने के प्रयास किए।
प्रकरण में 10 आरोपित किए जा चुके गिरफ्तार
रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में केपी सिंह की गिरफ़्तारी के साथ अब तक कुल 10 आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इनमें पूर्व में गिरफ्तार किए गए संतोष अग्रवाल, दीपचंद अग्रवाल, रजिस्ट्रार कार्यालय का पूर्व कर्मचारी डालचंद, अजय सिंह क्षेत्री, विकास पांडे, अधिवक्ता इमरान अहमद, पीलीभीत का रहने वाला मक्खन सिंह, अधिवक्ता कमल विरमानी और पूर्व मुंशी रोहताश सिंह का नाम शामिल है।