Uttarakhand

नैनीताल में न्यायाधीशों का सम्मेलन, न्याय प्रणाली को विधि और प्रौद्योगिकी से सुद्रढ़ करने पर मंथन

उत्तराखंड न्यायिक और विधि अकादमी व राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी के साझा प्रयास से आयोजित किया जा रहा सम्मेलन

Amit Bhatt, Dehradun: नैनीताल में न्यायाधीशों का दो दिवसीय सम्मेलन शुरू हो गया है। सम्मलेन में विभिन्न राज्यों के मुख्य न्यायधीश व न्यायाधीशों समेत तमाम न्यायिक अधिकारी भाग ले रहे हैं। दो दिवसीय सम्मेलन में समसामयिक न्याय विकास के साथ ही न्याय प्रणाली को विधि और प्रद्योगिकी के माध्यम से सुद्रढ़ करने पर मंथन किया जाएगा।

न्यायाधीशों के सम्मेलन के उद्घाटन के अवसर पर राजयपाल ले. जनरल गुरमीत सिंह (रिटा.) समेत विभिन्न न्यायाधीश।

हाई कोर्ट नैनीताल, उत्तराखंड न्यायिक और विधिक अकादमी (उजाला) तथा राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी के संयुक्त तत्वाधान में उत्तर जोन प्रथम सम्मेलन का उद्घाटन उत्तराखंड के राजयपाल ले.जनरल गुरमीत सिंह (रिटा.), सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस एस रवींद्र भट्ट, जस्टिस सुधांशु धूलिया, अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमानी, नैनीताल हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस विपिन सांघी, राष्ट्रीय विधिक अकादमी के निदेशक जस्टिस सुजाय पाल ने किया।

इस सम्मेलन में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख उच्च न्यायालय, हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय, पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय, इलाहाबाद उच्च न्यायालय और नैनीताल उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, केरल और कर्नाटक उच्च न्यायालय के न्यायाधीश व इन राज्यों के न्यायिक अधिकारीगण शामिल भाग ले रहे हैं।

कार्यक्रम को पांच सत्रों उद्घाटन सत्र न्यायिक व्यवहार के तत्व, निर्णय लेखन, ई-कोर्ट परियोजना का अवलोकन और प्रभावी न्यायिक प्रशासन के लिए उभरती हुई और भविष्य की तकनीक में संपादित किया जाना निर्धारित है। हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस विपिन सांघी, वरिष्ठ न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी, जस्टिस आलोक कुमार वर्मा, जस्टिस राकेश थपलियाल, जस्टिस विवेक भारती शर्मा, उजाला के निदेशक हरीश गोयल, हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल अनुज कुमार संगल ने मंचासीन अतिथियों का स्वागत किया। कांफ्रेंस में डेढ़ सौ न्यायिक अधिकारी शामिल हैं। इस दौरान नैनीताल हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस ने स्वागत भाषण दिया।

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