policeUttarakhand

एक और अधिवक्ता का कटा चालान, 1000 रुपये गए निजी खाते में

टिहरी के जिस क्षेत्र में दून के अधिवक्ता की कार का काटा गया था चालान, उसी क्षेत्र में उत्तरकाशी के अधिवक्ता के साथ घटी घटना

Amit Bhatt, Dehradun: टिहरी जिले के जिस क्षेत्र में देहरादून के अधिवक्ता अमित तोमर की कार का चालान किया गया, उसी क्षेत्र में उत्तरकाशी के अधिवक्ता विमल प्रसाद नौटियाल की कार का चालान काटे जाने की बात सामने आई है। अमित तोमर के 500 रुपये के चालान की राशि एसआई दीपक लिंगवाल के निजी खाते में प्राप्त की गई, जबकि अधिवक्ता नौटियाल के चालान के 1000 रुपये किसी अनिल रावत के खाते में प्राप्त किए गए। बताया जा रहा है कि अनिल रावत भी पुलिस कर्मी हैं। हालांकि, इसकी पुष्टि किया जाना अभी बाकी है।

टिहरी में देहरादून के अधिवक्ता अमित तोमर की कार का चालान काटे जाने और उसकी रकम दारोगा के निजी खाते में डाले जाने की घटना को ‘राउंड द वाच’ न्यूज पोर्टल ने प्रमुखता से उठाया। इस मामले में नागणी चौकी के प्रभारी एसआई दीपक लिंगवाल को लाइन हाजिर किया गया और प्रकरण की जांच सीओ चंबा सुरेंद्र प्रसाद बलूनी को सौंपी गई है। इस खबर के प्रसारित होने के बाद उत्तरकाशी के अधिवक्ता विमल नौटियाल ने भी अपने साथ घटित वाकये को अधिवक्ता अमित तोमर के साथ साझा किया है।

अधिवक्ता विमल नौटियाल के गूगल-पे अकाउंट का स्क्रीनशॉट, 1000 रुपये के चालान की राशि अनिल रावत के खाते में प्राप्त की गई।

अधिवक्ता विमल नौटियाल के मुताबिक 08 सितंबर की सुबह सवा नौ बजे के आसपास वह उत्तरकाशी जा रहे थे। उनके बच्चे की तबीयत खराब थी। उन्होंने रास्ते में पेट्रोल भरवाया और आगे बढे ही थे कि उसी स्थल पर पुलिस ने उनकी कार को रोक लिया। आरोप है कि सीट बेल्ट पहने होने के बाद भी पुलिस ने कहा कि आपने सीट बेल्ट नहीं पहनी है। जिस पर उनका 1000 रुपये का चालान कर दिया गया। चालान की राशि को भुगतने के लिए उन्हें जो क्यूआर-कोड दिया गया, उस पर भुगतान करने के बाद वह राशि किसी अनिल रावत के बैंक खाते में चली गई।

अधिवक्ता विमल नौटियाल के मुताबिक अनिल रावत किसी पुलिस कर्मी का नाम है, लेकिन वह कौन है, इसके बारे में उन्हें अधिक कुछ नहीं पता। अधिवक्ता ने चालान की राशि का भुगतान करने के अपने गूगल-पे अकाउंट का प्रयोग किया। जिसका स्क्रीनशॉट भी उन्होंने साझा किया है। इस प्रकरण के सामने आने के बाद यह बात उठने लगे हैं कि टिहरी के नागणी की पुलिस चौकी की कार्यप्रणाली की पूरी जांच की जानी चाहिए।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button