DehradunUttarakhandसामाजिक

सिविल सेवकों की पत्नियों की समाज सेवा, दे रहीं जरुरतमंदों को ‘संजीवनी’

उत्तराखंड सिविल सर्विसेज ऑफिसर्स वाइव्स एसोसिएशन 'संजीवनी' जरूरतमंदों को बांट रही कंबल और अन्य राहत सामग्री

Amit Bhatt, Dehradun: उत्तराखंड के सिविल सेवक एक तरफ जनता की सेवा को दिन-रात जुटे हैं, तो दूसरी तरफ उनकी पत्नियां भी समाज सेवा में हरसंभव मदद को तत्पर दिख रही हैं। सर्दियों का मौसम है तो ठिठुरन से भरे दिनों में जरूरतमंदों के लिए गर्म कपड़ों और कंबल का वितरण किसी संजीवनी से कम थोड़े ही है। अपने नाम के ही अनुरूप उत्तराखंड सिविल सर्विसेज ऑफिसर्स वाइव्स एसोसिएशन “संजीवनी” ठंड से ठिठुर रहे गरीब एवं जरूरतमंद लोगों को गर्म कपड़े, कंबल और राशन किट बांटकर मिसाल पेश कर रही हैं। इस सीजन में टीम संजीवनी अब तक राज्य के 13 में से 11 जिलों में 500 से अधिक कंबल और जरूरत की अन्य वस्तुएं मुहैया करा चुकी हैं।

जरूरतमंद बच्ची को कंबल और अन्य राहत सामग्री का वितरण करतीं संजीवनी की अध्यक्ष हरलीन संधु।

इस अभियान के तहत गत दिवस संजीवनी की टीम देहरादून के दुर्गम इलाके चकराता पहुंची। जहां संजीवनी ने 7 गांव में 75 से ज्यादा परिवारों को जरूरत के हिसाब से मदद बांटी। उत्तराखंड में आपदा हो या फिर कोई दूसरी चुनौती, टीम संजीवनी की मदद हर बार तैयार रहती है। खासकर महिलाओं, बच्चों और जरूरतमंद बुजुर्गों को लेकर संजीवनी की संवेदनशीलता हर जिले में देखने को मिलती है। खासकर ठंड के सीजन में संजीवनी की मदद पहाड़ से लेकर मैदानी जिलों तक हर साल जरूरतमंदों तक पहुंचती है। इस साल अब तक संजीवनी ने 11 जिलों में जरूरत के हिसाब से गर्म कपड़े, राशन, कंबल, दवा एवं स्वास्थ्य सुविधाओं को पहुंचाया है।

अपने अभियान के तहत गत दिवस संजीवनी की टीम चकराता के टिपऊ, मलऊ, धिरोग, चंदऊ, सुपऊ, किसऊ, सुनऊ आदि गांव पहुंची। यहां संजीवनी की तरफ से जरूरतमंद लोगों को ठंड से बचने को कंबल, जैकेट, गर्म कपड़ों के अलावा राशन सामग्री वितरित की गई। इस दौरान संजीवनी की अध्यक्ष डॉ हरलीन संधु के साथ रश्मि बर्धन, शालिनी शाह, रजनी तोमर, निर्मला सेमवाल, अंजली सिन्हा आदि सदस्यों और पदाधिकारियों ने जरूरतमंदों का हाल जाना और उनको जरूरत के हिसाब से राशन और गर्म कपड़े दिए। इस दौरान बताया गया कि अलग-अलग स्थानों पर 500 से ज्यादा कंबल के वितरण के साथ 75 किट राशन सामग्री का वितरण भी किया जा चुका है। संजीवनी राशन किट में सोयाबीन, चाय, चीनी, गुड़, उड़द की दाल और सरसों का तेल जैसी जरूरी सामग्री बांटी जा रही है। आगे भी संजीवनी जरूरतमंदों की मदद को अपना अभियान जारी रखेगी।

कंबल और अन्य राहत सामग्री वितरण के दौरान जरूरतमंद व्यक्तियों के साथ टीम संजीवनी के पदाधिकारी।

चश्मे बांटने की भी है योजना
चकराता क्षेत्र में बड़ी संख्या में बुजुर्ग और गरीब बच्चों की नेत्र समस्या मिलने पर टीम संजीवनी ने डॉक्टरों से चेकअप और परामर्श के बाद चश्मे वितरित करने का निर्णय लिया है। साथ ही क्षेत्र में बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों के लिए विशेष स्वास्थ्य शिविर में आयोजित करने का निर्णय लिया है। ताकि इस खूबसूरत दुनिया को असहाय लोग भी बिना किसी परेशानी के स्वस्थ रूप में देख सकें।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button