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पेयजल योजनाओं में चहेते ठेकेदार को दिया काम, नियम विरुद्ध कर दिया करोड़ों का भुगतान

मुख्य अभियंता संजय सिंह पर रुड़की में अमृत योजना और दून में सीवर कार्य में गड़बड़ी का आरोप

Amit Bhatt, Dehradun: दून के एक अधिवक्ता ने पेयजल निगम के मुख्य अभियंता पर चहेतों को लाभ पहुंचाने और कार्यों में व्यापक अनियमितताएं बरतने का आरोप लगाया है। अधिवक्ता का कहना है कि अनाधिकृत रूप से कार्यों में ठेकेदार को भुगतान किया गया। हालांकि, मुख्य अभियंता संजय सिंह ने आरोपों को निराधार बताते हुए विभागीय जांच के लिए तैयार होने की बात कही है।

अधिवक्ता शाहिद रजा की ओर से पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। उन्होंने पेयजल निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार होने की बात कहते हुए मुख्यालय में तैनात मुख्य अभियंता संजय सिंह पर गंभीर आरोप लगाए। कहा कि रुड़की के प्रोजेक्ट इंप्लीमेंटशन यूनिट अमृत योजना के कार्य के दौरान संजय सिंह अधिशासी अभियंता के पद पर तैनात थे और एक जून 2021 को उनका स्थानांतरण प्रभारी अधीक्षण अभियंता निर्माण मंडल पौड़ी में हो गया था। आरोप है कि उन्होंने अमृत योजना रुड़की में पांच जून 2021 से लेकर 28 जून 2021 के बीच 70 लाख रुपये का भुगतान अवैध तरीके से किया गया। स्थानांतरण के बावजूद संजय सिंह भुगतान करते रहे। अधिवक्ता ने बताया कि शिकायत महाप्रबंधक से किए जाने पर जांच में वित्तीय अनियमितता पाई गई और एक कमेटी बनाकर जांच करने की संस्तुति की गई थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।

इसी प्रकार उन्होंने देहरादून के आराघर से मोथरोवाला तक सीवर लाइन बिछाने में भी अनियमितताओं का आरोप लगाया। आरोप है कि अपने चहेते ठेकेदार को काम दिलाने के लिए मुख्य अभियंता गढ़वाल मंडल होते हुए संजय सिंह ने देहरादून में सीवर कार्य के टेंडर को निरस्त कर चहेते ठेकेदार को काम सौंपा। ठेकेदार को अवैध रूप से चार करोड़ से अधिक का भुगतान किए जाने का आरोप है। इस संबंध में भी पेयजल निगम प्रबंधन को शिकायत दी गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई और मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।

उधर, पेयजल निगम के मुख्य अभियंता संजय सिंह का कहना है कि आरोप निराधार हैं। कार्यों में कोई गड़बड़ी नहीं की गई। सभी भुगतान नियमानुसार किए गए। तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है।

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