crimeDehradunpoliceUttarakhand

यह रणबीर एनकाउंटर नहीं है जनाब, इस एनकाउंटर के हैं अलग मायने

वर्ष 2009 के रणबीर एनकाउंटर ने वर्दी पर लगाया था दाग, नानकमत्ता के प्रधान बाबा तरसेम के हत्यारे अमरजीत को एनकाउंटर में ढेर कर पुलिस ने दिखाया नया चेहरा

Amit Bhatt, Dehradun: उत्तराखंड में यह खाकी का नया दौर है। या कहें कि खाकी नए दौर की तरफ बढ़ती दिख रही है। वर्ष 2009 के रणबीर एनकाउंटर ने उत्तराखंड पुलिस की वर्दी पर बदनुमा दाग लगा दिया था और पुलिस की बंदूक अघोषित लॉकिंग जोन में चली गई थी। उस कमी और खामी में सुधार लाकर पुलिस ने बाबा तरसेम सिंह के हत्यारे अमरजीत उर्फ बिट्टू को एनकाउंटर में ढेर कर अपराधियों के विरुद्ध उस सीज फायर को भी ध्वस्त कर दिया है। यह एनकाउंटर पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार के उस दावे की पुष्टि भी करता है, जब उन्होंने पदभार ग्रहण करने के बाद 04 दिसंबर 2023 को हरिद्वार में पुलिस अधिकारियों की बैठक में अपराध के खात्मे के आह्वान किया था। उन्होंने कहा था कि अपराधी उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों से आ रहे हैं और इलाज हम करेंगे।

अमरजीत एनकाउंटर को पुलिस की महज एक संयोग की कार्रवाई नहीं माना जा सकता। क्योंकि, बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड के बाद उत्तराखंड पुलिस ने हत्यारों को पकड़ने के लिए जिस तरह का फूलप्रूफ जाल बुना, वह पुलिसिंग में एक बेहतर टीमवर्क का उदाहरण भी पेश करता है। ऊधमसिंहनगर के नानकमत्ता गुरुद्वारा डेरा कार सेवा नानकमत्ता के प्रमुख बाबा तरसेम की गोली मारकर हत्या करने का यह मामला सिर्फ ऊधमसिंहनगर पुलिस व कुछ बड़े अधिकारियों पर नहीं छोड़ा गया। बल्कि इस हत्याकांड के बाद पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने स्वयं जांच-पड़ताल अपने हाथ में ली। प्रदेश के तमाम पुलिस बल को इस केस में झोंकने के साथ ही उत्तराखंड एसटीएफ और पंजाब एसटीएफ के साथ भी बेहतर समन्वय नजर आया।


एनकाउंटर में गोली लगने के बाद कुख्यात अपराधी अमरजीत सिंह को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया था।

जिसका नतीजा यह हुआ कि पुलिस को न सिर्फ तमाम इनपुट्स मिलते गए, बल्कि उन पर उसी गंभीरता के साथ कदम भी बढ़ाए गए। क्योंकि, पुलिस को स्पष्ट रूप से ज्ञात हो गया था कि हत्या में शामिल जिन आरोपियों की तलाश की जा रही है, वह कुख्यात हैं और उनके तार खालिस्तानी आतंकियों से भी जुड़े हैं। हत्यारों को पकड़ने के लिए जो इनाम पहले 25 हजार रुपये घोषित किया गया था, उसे बढ़ाकर 50 हजार और फिर 01 लाख रुपये किया गया। एनकाउंटर से पहले पुलिस 07 आरोपियों को भी गिरफ्तार कर चुकी थी और आरोपियों से की गई गहन पूछताछ में भी कई इनपुट मिले। एक तरह से देखा जाए तो कानून व्यवस्था को खुली चुनौती देने वाले इस केस को पुलिस ने प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया था।

एसएसपी एसटीएफ के इनपुट आए काम, हरिद्वार पुलिस ने निभाया पूरा साथ
सोमवार देर शाम एसटीएफ टीम उत्तराखंड ने एसएसपी हरिद्वार पदमेंद्र डोबाल को ऊधमसिंहनगर के नानकमत्ता गुरुद्वारा के बाबा तरसेम सिंह की हत्या में वांछित इनामी बदमाशों के सहारनपुर से हरिद्वार भगवानपुर कलियर होकर मुरादाबाद उत्तर प्रदेश जाने की गुप्त सूचना दी गई। जिस पर पूरे हरिद्वार जनपद में जगह-जगह एसटीएफ टीमों के साथ संयुक्त रूप से सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। उसी दौरान समय लगभग 12:30 बजे रात्रि को मुखबिर की सटीक सूचना पर थाना भगवानपुर क्षेत्रांतर्गत गागलहेडी तिराहे में चेकिंग प्वाइंट पर मोटरसाइकिल से आ रहे दो संदिग्ध बदमाशों को ड्यूटी पर मौजूद पुलिस टीम ने रोकने का प्रयास किया। दोनों बदमाश रोकने पर नहीं रुके और पुलिस टीम से बचते हुए तेजी से भगवानपुर से इमलीखेड़ा-कलियर की तरफ भागे। जिस पर कलियर संयुक्त पुलिस टीम ने भी उन्हें रोकने का प्रयास किया।

बाबा तरसेम सिंह की हत्या करने वाले अपराधी सीसीटीवी कैमरे में हुए कैद।

इसके बाद भी बदमाश नहीं रुके और छंगा माजरी तिराहे से छंगा माजरी गांव की ओर मुड़ गए, जहां कुछ दूरी पर पुलिस टीमों ने चौतरफा घेराबंदी कर बदमाशों को घेर लिया। बदमाशों ने फिर से हाईवे की तरफ जाने का प्रयास किया, लेकिन खुद को पुलिस से चौतरफा घिरा पाकर पुलिस टीम पर फायर झोंक दिया। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की, जिसमें एक बदमाश को गोली लग गई, जबकि दूसरा बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से भागने में सफल रहा। घायल बदमाश को तुरंत सिविल अस्पताल रुड़की भिजवाया गया, लेकिन डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। एसटीएफ टीम ने तस्दीक करने पर पाया कि मृतक बदमाश का नाम अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू पुत्र सुरेंद्र सिंह पता फतेहगढ़ चूड़ियां रोड नगलीभट्टा अमृतसर पंजाब है, जो 01 लाख रुपये का इनामी था। साथ ही पता चला कि एनकाउंटर में मारा गया अमरजीत ऊधमसिंहनगर के नानकमत्ता गुरुद्वारे के बाबा तरसेम सिंह की हत्या में वांछित था।

एनकाउंटर में ढेर अमरजीत से बरामदगी का विवरण
बाबा तरसेम सिंह की हत्या में वंचित बदमाश अमरजीत सिंह के पास से पुलिस को एक 32 बोर पिस्टल, 03 जिंदा कारतूस, 03
खोखा कारतूस और घटना में प्रयुक्त स्प्लेंडर मोटरसाइकिल मिली।

अब फरार सरबजीत, सुल्तान सिंह और सतनाम पर नजर, बन रही रणनीति
बाबा तरसेम सिंह की हत्या के बाद से फरार चल रहे 01 लाख रुपये के इनामी कुख्यात सरबजीत सिंह, सुल्तान सिंह व सतनाम सिंह की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की विभिन्न टीमों का गठन कर पंजाब, उत्तर प्रदेश, दिल्ली के विभिन्न स्थानों पर दबिश दी जा रही है। इसके अलावा संदेह वाले आरोपियों की अपराध में संलिप्तता के ठोस साक्ष्य संकलन वैज्ञानिक पद्धति से किए जा रहे हैं। ताकि कोई भी अपराधी पुलिस की पकड़ से दूर न रहे। साथ ही डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि बाबा तरसेम की हत्या महज एक रंजिश नहीं है, बल्कि इसके पीछे कोई बड़ी साजिश दिख रही है। बात जो भी हो, पुलिस उसकी तह तक जाएगी और घटना के सभी पहलू उजागर किए जाएंगे।

एनकाउंटर को अंजाम देने वाली टीम (उत्तराखंड STF)
1-आर बी चमोला पुलिस, उपाधीक्षक एसटीएफ देहरादून, 2-निरीक्षक एमपी सिंह, कुमाऊं यूनिट, 3- उप निरीक्षक, विपिन जोशी, 4-अपर उपनिरीक्षक प्रकाश भगत, 5-अपर उपनिक्षक जगवीर शरण, 6-अपर उपनिक्षक दीपक अरोड़ा, 7- हे.कां. अनूप भाटी, 8- हे.कां. मनमोहन सिंह, 9- हे.कां. रविंद्र सिंह, 10- हे.कां. जगपाल सिंह, 11- कां. गुरवंत सिंह, 12- हे.कां. चालक संजय कुमार ( साथ ही किशन चंद शर्मा, सर्विलांस टीम का मतवपूर्ण योगदान रहा)

बदमाशों की इनपुट देने वाली पंजाब एसटीएफ की टीम
1.उ.नि. यादविन्दर सिंह बाजवा, 2.उ.नि. विद्यादत्त जोशी, 3.हे.कां. संजय कुमार, 4.हे.कां. महेंद्र सिंह नेगी, 5.हे.कां प्रमोद कुमार, 6.कां. मोहन सिंह असवाल।

टीम जनपद हरिद्वार की भी अहम भूमिका
1-SHO भगवानपुर सूर्यभूषण नेगी, 2SO कलियर दिलबर नेगी, 3-SSI भगवानपुर प्रमोद कुमार, 4-उप निरीक्षक शहजाद अली थाना भगवानपुर, 5- उपनिरीक्षक आमिर खान थाना कलियर, 6-हेड कांस्टेबल सुधीर

टीम CIU हरिद्वार
1-निरीक्षक ऐश्वर्यापाल प्रभारी Ciu हरिद्वार, 2-उपनिरीक्षक ऋतुराज , 3-उप निरीक्षक पवन डिमरी, 4-कांस्टेबल हरवीर

टीम जनपद ऊधमसिंहनगर
1-पुलिस उपाधीक्षक खटीमा विमल रावत, 2-उपनिरीक्षक नंदन रावत, 3-उपनिरीक्षक रविंद्र बिष्ट, 4-उपनिरीक्षक कमलेश भट्ट, 5-उपनिरीक्षक अशोक कांडपाल, 6-उपनिरीक्षक भुवन जोशी, 7-उपनिरीक्षक राजवीर, 8-उपनिरीक्षक धीरज टम्टा, 9-उपनिरीक्षक प्रकाश SOG, 10-कांस्टेबल भूपेंद्र आर्य SOG, 11-कांस्टेबल पंकज बिनवाल SOG, 12-कांस्टेबल नीरज शुक्ला, 13-कांस्टेबल ललित,14-कांस्टेबल गोविंद

शूटर्स की सर्विलांस टीम
1-कांस्टेबल हरेंद्र
2-कांस्टेबल धीरज
3-कांस्टेबल अनिल

शूटर अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू का आपराधिक इतिहास
1-FIR NO- 295/1991 धारा 216A IPC, ¾ TADA ACT- थाना बिलासपुर, रामपुर
-दिनांक 13.11.1991 को अभियुक्त द्वारा अपने साथियों के साथ आतंकवादियों को जानबूझकर पनाह देना तथा आतंकवादियों के साथ मिलकर खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाना जिस सम्बन्ध में कोतवाली बिसालपुर में FIR NO- 295/1991 धारा 216A IPC, ¾ TADA ACT- थाना बिलासपुर, रामपुर पंजीकृत है।
2-FIR NO- 829/2007 धारा 395/397 IPC- थाना गदरपुर
-दिनांक 18.05.2007 को पंजाब नैशनल बैंक शाखा गदरपुर में अपने साथियों के साथ घुसकर 6 लाख 22 हजार 618 रुपये व मोबाईल फोन की डकैती डालना जिस सम्बन्ध में मुकदमा FIR N0-829/2007 धारा 395/397 IPC पंजीकृत है ।
3-FIR NO- 243/2011 धारा 395/397/412 IPC- थाना पुवांया, शाहजहांपुर
दिनांक 18.05.2011 को भारतीय स्टेट बैंक कृषि विकास शाखा कस्बा पुवाया में बैंक में अपने साथियों से साथ घुसकर बैंक कर्मियों व ग्राहकों को बन्धक बनाकर 27.53 लाख की डकैती डालना जिस सम्बन्ध में मुकदमा FIR N0-243/2011 धारा 395/397 IPC पंजीकृत है ।
4-FIR NO- 436/2014 धारा 380/511/307/427 IPC-थाना रूद्रपुर
-दिनांक 16.09.2014 को अपने साथियों के साथ पंजाब एण्ड सिंध बैंक में घुसकर गैस कटर से बैंक एटीएम को काटकर चोरी का प्रयास करना एवं पुलिस के मौके पर पहुंचने पर जान से मारने की नियत से पुलिस पर फायर करना मौके पर मय अस्लाह गिरफ्तार जिस सम्बन्ध में थाना रुद्रपुर में FIR N0-436/2014 धारा 380/511/307/427 IPC व 25 आर्म्स एक्ट पंजीकृत है ।
5-FIR NO- 83/2024 धारा 302/120बी/34 IPC-थाना नानकमत्ता

मृतक बाबा तरसेम सिंह (फाइल फोटो)

28 मार्च को ऐसे की गई थी बाबा तरसेम सिंह की हत्या, डीजीपी ने बनाई एसआईटी
28 मार्च 2024 को 112 नंबर से पर सुबह करीब 06:29 पर थाना नानकमत्ता को सूचना मिली कि डेरा कार सेवा नानक मत्ता के प्रमुख बाबा तरसेम सिंह को अज्ञात मोटरसाइकिल सवारों ने गोली मार दी है। जिस पर थाना नानकमत्ता पुलिस टीम ने मौका मुयायना किया तो जानकारी हुई कि डेरा कार सेवा के प्रमुख बाबा तरसेम सिंह प्रातः डेरे के बरामदे में कुर्सी पर बैठे थे। तभी करीब 06:17 पर एक मोटरसाइकिल पर दो अज्ञात व्यक्ति आए, जिसमें से पीछे बैठे व्यक्ति ने अपने पास पकड़ी हुई राइफल से बाबा तरसेम सिंह पर दो फायर किए और फरार हो गए। घायल अवस्था में बाबा तरसेम सिंह को पहले पंच रत्न अस्पताल नानकमत्ता और फिर फिर हायर सेंटर के रूप में स्वास्तिक अस्पताल खटीमा ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।

इस सनसनीखेज वारदात की सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी सामने आई। घटना की सूचना पर तत्काल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ऊधमसिंहनगर, पुलिस अधीक्षक नगर रुद्रपुर, क्षेत्राधिकारी खटीमा एवं क्षेत्राधिकारी सितारगंज समेत जनपद के अलग-अलग थानों के थानाअध्यक्ष, प्रभारी निरीक्षक और एसओजी टीम फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। जिले की फील्ड यूनिट और विधि विज्ञान प्रयोगशाला की टीम भी फोरेंसिक साक्ष्य जुटाने के मौके पर पहुंची। पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने घटना की गंभीरता को देखते हुए मुख्यालय स्तर पर 6 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया, जिसमें एसटीएफ उत्तराखंड और जनपदों में नियुक्त पुलिस अधिकारियों को शामिल किया गया।

जनपद स्तर पर भी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने एसआईटी की मदद के लिए अलग से एसटीएफ, एलआईयू, एसओजी, जनपद चंपावत, नैनीताल, पौड़ी, बागेश्वर, अल्मोड़ा से 79 अधिकारी/कर्मचारियों को तैनात किया और 11 टीमों का गठन किया गया। घटना के परिपेक्ष्य पुलिस उप महानिरीक्षक कुमाऊं ने भी घटनास्थल और अन्य महत्वपूर्ण स्थलों का निरीक्षण करने के साथ गठित टीमों में रेंज से अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करते हुए दिशा-निर्देश दिए। घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार भी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ घटनास्थल का मौका मुआयना करने पहुंचे और हत्यारों को पकड़ने के लिए गठित टीमों की समीक्षा की। दूसरी तरफ बाबा तरसेम की हत्या को लेकर जसवीर सिंह निवासी चारूबेटा थाना खटीमा की तहरीर के आधार पर थाना नानकमत्ता में सरबजीत सिंह आदि कुल 02 नामजद व 03 बाईस्तवा अभियुक्तगण पंजीकृत किया गया।

पुलिस मुख्यालय से निरंतर जांच की निगरानी की जा रही थी। जिसके परिणाम में आरोपी दिलबाग सिंह व अमनदीप सिंह उर्फ काला को 03 अप्रैल को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद बलकार सिंह व हरविंदर सिंह उर्फ पिंदी को दिनांक 04-04-2024 को, जसपाल सिंह व प्रगट सिंह को दिनांक 06-04-2024 को और 07 अप्रैल को सुखदेव सिंह उर्फ सोनू गिल की गिरफ्तार किया गया। आरोपियों से घटना में प्रयुक्त 02 कार, डीवीआर, मोबाईल फोन आदि बरामद किए गए।

गिरफ्तार आरोपियों का विवरण
1-दिलबाग सिंह पुत्र लक्ष्मण सिंह निवासी कबीरपुर थाना निगोही जनपद शाहजहांपुर उ.प्र.
2-अमनदीप उर्फ काला S/O कुलदीप सिंह R/O बरा जगत थाना-अमरिया जिला पीलीभीत UP
3-हरविंदर सिंह पुत्र मलकीत सिह निवासी रणधीरपुर चकुलिया मझरा सतनुवा थाना तिलहर जिला शाहजहांपुर उ.प्र.
4-बलकार सिह पुत्र दर्शनदा सिह निवासी बाधेनकंजा थाना करेली जिला पीलीभीत उ.प्र.
5-जसपाल सिंह भट्टी उर्फ मिंटू पुत्र सतनाम सिंह निवासी ग्राम सिहौर थाना बिलासपुर जिला रामपुर हाल निवासी केशोवाला मोड़ कोतवाली बाजपुर जिला ऊधमसिंहनगर
6-प्रगट सिंह पुत्र सोबरन सिंह निवासी तुलापुरा थाना बिलसण्डा जिला पीलीभीत उ.प्र.
7-सुखदेव सिंह गिल उर्फ सोनू पुत्र सतपाल सिंह निवासी बन्नाखेड़ा थाना बाजपुर जिला ऊधमसिंहनगर।

गिरफ्तार आरोपियों का है लंबा आपराधिक इतिहास
सुखदेव सिंह गिल उर्फ सोनू गिल का आपराधिक इतिहास
1-FIR NO-250/2011 धारा 302/201/364/504/506 IPC कोतवाली बाजपुर जनपद ऊधमसिंहनगर
2-FIR N0-83/2024 धारा 302/34/120B/307 IPC थाना नानकमत्ता जिला ऊधमसिंहनगर ।

दिलबाग सिंह पुत्र लक्षमण सिंह का आपराधिक इतिहास
1-FIR NO- 43/2013 U/S 147/186/132/352/353 भादवि व 2/3सा0से0नु0अधि0 थाना निगोही जनपद शाहजहांपुर ।
2-FIR N0- 83/2024 U/S 302/34/120B/307 IPC बनाम सरबजीत सिह आदि।

हरविंदर ऊर्फ पिंदी पुत्र मलकीत सिंह निवासी रणधीर पुर का आपराधिक इतिहास
1-FIR NO-2146/2016 U/S 420/466/468/471/506 भादवि थाना सदरबाजार शाहजहांपुर
2-FIR N0- 83/2024 U/S 302/34/120B/307 IPC बनाम सरबजीत सिह आदि ।

बलकार सिंह पुत्र दर्शनदा निवासी ग्राम बाधे कंजा का आपराधिक इतिहास
1-FIR NO- 123/2000 धारा 302/147/148/149 भादवि थाना बिलसण्डा वर्तमान थाना करेली जिला पीलीभीत उ.प्र.
2-FIR N0- 83/2024 U/S 302/34/120B/307 IPC बनाम सरबजीत सिंह आदि ।

जसपाल सिंह भट्टी उर्फ मिंटू पुत्र सतपाल सिंह का आपराधिक इतिहास
1-FIR NO-250/2011 धारा 302/201/364/504/506 IPC कोतवाली बाजपुर जनपद ऊधमसिंहनगर
2-FIR N0- 436/2014 धारा 380/511/307/427 IPC व 4/25 A Act कोतवाली रुद्रपुर
3-FIR N0-149/2015 धारा 302/201 IPC थाना बिलासपुर जिला रामपुर उत्तर प्रदेश ।
4-FIR N0-2618/2006 धारा 379/411 IPC थाना रुद्रपुर
5-FIR N0-3449/2006 धारा 379/411 IPC थाना रुद्रपुर
6-FIR N0-4687/2006 धारा 379/411 IPC थाना रुद्रपुर
7-FIR N0-2738/2006 धारा 379 भादवि थाना बारादरी जिला बरेली उ.प्र.
8-FIR N0-2479/2006 धारा 41/102 द0 प्र0 सं0 व 411/471/467/420 भादवि व 2/3 गैंगस्टर एक्ट थाना किच्छा
9-FIR N0-NIL /2006 धारा 41/102 द0 प्र0 सं0 व 411 भादवि थाना किच्छा
10-FIR N0-83/2024 धारा 302/34/120B/307 IPC थाना नानकमत्ता जिला ऊधमसिंहनगर।

वांछित अभियुक्तगण का विवरण
1-सरबजीत सिंह पुत्र स्वरूप सिंह निवासी मियाविंड थाना वैरोवाल जिला तरनतारण पंजाब (शूटर)
2-सुल्तान सिंह पुत्र इन्दर सिंह निवासी गदाफार्म थाना बिलासपुर जिला रामपुर उ0प्र0
3-सतनाम सिंह पुत्र जगीर सिंह निवासी कुईया महोलिया थाना बंडा जिला शाहजहाँपुर उ0प्र0

वांछित अभियुक्त (शूटर) सरबजीत सिंह का आपराधिक इतिहास
1-FIR NO- 22/2006 U/S 364A IPC- थाना वैरोवाल
2-FIR NO- 144/2007 U/S 365/120B IPC- थाना आदमपुर
3-FIR NO- 243/201 U/S 395/397/412/216A IPC, 7 C.P.A. ACT- थाना पुआड़ा बिहार
4-FIR NO- 81/2012 U/S 25 Arms Act- थाना वैरोवाल
5-FIR NO- 82/2012 U/S 22/61/85 NDPS Act- थाना वैरोवाल
6-FIR NO- 144/2014 U/S 22/61/85 NDPS Act- थाना वैरोवाल
7-FIR NO- 244/2015 U/S 379/411 IPC, 25 Arms Act – थाना जंडिआला गुरू
8-FIR NO- 31/2016 U/S 22 NDPS Act- थाना तरसिक्का
9-FIR NO- 09/2019 U/S 174A IPC – थाना वैरोवाल
10-FIR NO- 15/2021 U/S 25/27 Arms Act- थाना वैरोवाल
11-FIR NO- 86/2021 U/S 336/506/34 IPC- थाना वैरोवाल
12-FIR NO- 103/2023 धारा 323/324/452/148/149 IPC, 25/27 A. ACT- थाना वैरोवाल
13- FIR NO- 243/2011 धारा 395/397/412 IPC- थाना पुवांया, शाहजहांपुर
14-FIR NO- 83/2024 धारा 302/120बी/34 IPC- थाना नानकमत्ता

वांछित अभियुक्त सुल्तान सिह का आपराधिक इतिहास
1-FIR N0-1464 ए/2010 धारा 147/323/324 भादवि थाना बिलासपुर रामपुर उ0 प्र0
2-FIR N0-403/2008 धार 147/379/504/506 भादवि व 3(1)एससी/एसटी एक्ट थाना बिलासपुर उ0 प्र0
3-FIR N0-443/1996 धारा 307/506 भादवि थाना बिलासपुर रामपुर उ0 प्र0
4-FIR N0-1124/2005 धारा 467/468/471/420 भादवि थाना बिलासपुर रामपुर उ0 प्र
5-FIR N0-369/2008 धारा 147/148/307/323/504/506 भादवि थाना बिलासपुर रामपुर उ0 प्र0
6-FIR N0-494/2010 धारा 307/417/148/392/323 भादवि थाना बिलासपुर रामपुर उ0 प्र0
7-FIR N0-320/2011 धारा 147/323/506 भादवि थाना बिलासपुर रामपुर उ0 प्र0
8-FIR N0-18/2005 धारा 41/102 द0 प्र0 सं0 व 411/467/468/420/471 भादवि थाना बिलासपुर रामपुर उ0 प्र0
9-FIR N0-14/2005 धारा 41/102 द0 प्र0 सं0 व 411/467/468/420/471/120B भादवि थाना भोट रामपुर उ0 प्र0
10-FIR N0-18/2005 धारा 41/102 द0 प्र0 सं0 व 411 भादवि थाना भोट रामपुर उ0 प्र0
11-FIR N0-83/2024 धारा 302/307/34/120B भादवि थाना नानकमत्ता जिला उधम सिह नगर

संदेह वाले अभियुक्तगण, जिनके विरुद्ध साक्ष्य संकलन की कार्रवाई गतिमान है
1-बाबा अनूप सिंह पुत्र राम सिंह निवासी नवाबगंज रामपुर उ.प्र.
2-प्रीतम सिंह संधू पुत्र लाल सिंह निवासी खेमपुर थाना गदरपुर जिला ऊधमसिंहनगर
3-हरवंश सिंह चुघ पुत्र रणजीत सिंह चुघ निवासी गदरपुर जिला ऊधमसिंहनगर
4-फतेहजीत सिंह खालसा पुत्र सुक्खन सिंह निवासी बिलहरा माफी थाना अमरिया जिला पीलीभीत उ.प्र.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button