32 साल बेमिसाल: बुलंदियों पर पहुंचा ग्राफिक एरा, हमसफर कार्मिकों के योगदान को मिला सम्मान
ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी में धूमधाम से मनाया गया 32वां स्थापना दिवस, ग्रुप के चेयरमैन घनशाला ने गुनगुनाया, 'जिंदगी और कुछ भी नहीं, तेरी मेरी कहानी है...'
Amit Bhatt, Dehradun: ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी आज किसी परिचय की मोहताज नहीं है। लाखों छात्रों और अभिभावकों के भरोसे का नाम बन चुका है ग्राफिक एरा। लेकिन, क्या यह नाम और सम्मान रातों-रात मिल गया? जी बिलकुल भी नहीं, बल्कि ग्राफिक एरा को एक नाम से आगे बढ़ाकर ब्रांड बनाने में उन तमाम कार्मिकों का अथक योगदान रहा, जिन्होंने दिन-रात एक कर पहली ईंट से लेकर सफलता के हर एक कदम पर अपना खून और पसीना लगाया। आज बुलंदियों पर खड़े ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय की स्थापना को 32 वर्ष हो चुके हैं तो इस खास मौके पर 10 से लेकर 30 वर्ष से कार्यरत कार्मिकों का आभार प्रकट किया गया। ग्राफिक एरा प्रबंधन ने ऐसे कर्मठ कार्मिकों को सम्मानित किया। यह पल खासा भावुक करने वाला भी रहा। खासकर जब चेयरमैन कमल घनसाला ने ‘एक प्यार का नगमा है मौजों की रवानी है, जिंदगी और कुछ नहीं तेरी मेरी कहानी है…‘ गीत गुनगुनाया तो ग्राफिक एरा के सफर के साथी कार्मिक पुरानी यादों में खो गए।
ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी में 32वें स्थापना दिवस का जश्न धूमधाम से मनाया गया। इस खास अवसर पर ग्राफिक एरा ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ कमल घनशाला ने विश्वविद्यालय को सफलता की ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए साथ मिलकर कार्य करने का आह्वान किया। स्थापना दिवस के अवसर पर ग्राफिक एरा के कन्वेंशन सेंटर में सिल्वर जुबली ऐनीवर्सरी के भव्य समारोह में ग्राफिक एरा के साथ शुरुआत से जुड़े अधिकारियों, कर्मचारियों, पूर्व कर्मचारियों के अलावा ग्राफिक एरा के साथ प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ी कई प्रख्यात हस्तियों को स्मृति चिह्न व उपहार देकर सम्मानित किया गया। ग्राफिक एरा के मुख्य संरक्षक आरसी घनशाला और ग्राफिक एरा एजुकेशनल सोसाइटी की अध्यक्षा लक्ष्मी घनशाला को भी ग्राफिक एरा की सफलता में अटूट योगदान देने के लिए स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए।
समारोह में ग्राफिक एरा में 25 वर्षों से अधिक समय से कार्यरत पीआरओ पीसी बड़थ्वाल, अटेंडेंट प्रवीण कुमार, ग्राफिक डिजाइनर अरविंद पुजारी, डिप्टी रजिस्ट्रार अनिल कुमार चौहान, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डीएस रावत, सुपरवाईजर साकेत चतुर्वेदी, लाईब्रेरियन दीपक सिंह रावत, ड्राइवर मकसूद आलम, मैस इंचार्ज गोविंद प्रसाद चंद्रा, मैस कर्मचारी देवेंद्र प्रसाद काला को सम्मानित किया गया। इसके अलावा सम्मान पाने वालों में नवीन गुप्ता, सतीश शर्मा, वरुण अग्रवाल, कर्नल अनिल नायर, प्रशांत अरोड़ा, गिनी वासुदेवा, शालिनी बत्रा, ऋतु वासन, अनुज पंवार, शिखा, अनुराग गोयल, हितेंद्र सक्सेना, प्रो. एसआर खंडूजा, हरजीत सिंह, जितेंद्र सिंह भी शामिल रहे।
इससे पहले प्रो केपी नौटियाल ऑडिटोरियम में 10 से 30 वर्षों तक से ग्राफिक एरा से जुड़े शिक्षकों, अधिकारियों और कर्मचारियों को स्मृति चिह्न व उपहार देकर सम्मानित किया गया। समारोह में स्थापना दिवस के अवसर पर एक विशाल केक काटा गया। यह केक चेयरमैन डॉ कमल घनशाला, मुख्य संरक्षक आरसी घनशाला, ग्राफिक एरा एजुकेशनल सोसाइटी की अध्यक्षा लक्ष्मी घनशाला और ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की वाइस चेयरपर्सन राखी घनशाला ने दोनों विश्वविद्यालयों के पदाधिकारियों व 20 साल से अधिक समय से कार्यरत कार्मिकों के साथ काटा गया।
चेयरमैन डॉ कमल घनशाला ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि 30 सालों के इस रोमांचक सफर को यादगार बनाने में ग्राफिक एरा से शुरुआत से जुड़े लोगों के योगदान ने अहम भूमिका निभाई है। इसलिए जरूरी है कि ग्राफिक एरा भी इन लोगों का सम्मान करे। डॉ. घनशाला ने कहा कि संस्थान के विकास में हर स्तर के कर्मचारी का योगदान महत्वपूर्ण होता है। ग्राफिक एरा अपने कर्मचारियों की जरूरतों को समझ कर उन्हें हर संभव सहायता देने का प्रयास करता है। डॉ. घनशाला ने कहा कि ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी का लगातार देश की सर्वश्रेष्ठ 100 शिक्षण संस्थानों की सूची में 52वीं रैंक हासिल करना और ग्राफिक एरा मेडिकल कॉलेज की सभी सीटों का पहली काउंसलिंग में ही फुल होना बड़ी बात है। ग्राफिक एरा को सफलता की और ज्यादा ऊंचाइयों तक लेकर जाने के लिए सभी को साथ मिलकर परिश्रम करना पड़ेगा।
समारोह में 10 से 30 वर्षों तक से ग्राफिक एरा से जुड़े कुल 474 शिक्षकों, अधिकारियों और कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। सम्मान पाने वालों में कंप्यूटर साइंस के डा. अमल शंकर शुक्ला, मैनेजमेंट के डा. मनीष बिष्ट, इलैक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन की डा. शालिनी सिंह, डीन एकेडमिक्स डा. मनोज चंद्र लोहनी व अन्य कर्मचारियों में ऑफिस असि. एचडी पाटनी, पीओन ओम प्रकाश, सिक्योरिटी गार्ड, सत्येंद्र सिंह रावत, लैब असिस्टेंट नवनीत रतूड़ी, सफाई कर्मचारी चीनू, अनीता, गुड्डी, जयप्रकाश आदि भी शामिल हैं। इस अवसर पर चेयरमैन डा. कमल घनशाला पर आधारित एक लघु फिल्म भी दिखाई गई।
’पपोन ’ के गीतों से गुलजार हुई ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी
ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी के 32वें स्थापना दिवस की संध्या पर बाॅलीवुड के मशहूर गायक व संगीतकार पपोन ने अपनी आवाज का जादू बिखेरा। ग्राफिक एरा के सिल्वर जुबली कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में बाॅलीवुड गायक पपोन ने एक के बाद के एक कई गीत सुनाए। उनके गीत ’मोह मोह के धागे, तेरी उंगलियों से जा उलझे…, क्यों न हम तुम चले टेढ़े मेढ़े रस्तों पे नंगे पावं रे…, कुछ रिश्तों का नमक ही दूरी होता है, न मिलना भी जरूरी होता है…’ को खूब पंसद किया गया। पपोन की गजल ‘आज जाने की जिद ना करो…ने भी दर्शकों का मन मोह लिया। समारोह में चेयरमैन डा. कमल घनशाला, मुख्य संरक्षक आरसी घनशाला, ग्राफिक एरा एजुकेशनल सोसाइटी की अध्यक्षा लक्ष्मी घनशाला, ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की वाइस चेयरपर्सन राखी घनशाला, प्रो. चांसलर प्रो. राकेश कुमार शर्मा, कुलपति डा. नरपिंदर सिंह, ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी के कुलपति डा. संजय जसोल, पदाधिकारी, शिक्षक शिक्षिकाएं व कर्मचारी मौजूद रहे।