युवती से जूते-चप्पल की दुकान में सेल्समैन ने की छेड़खानी, हिंदू और मुस्लिम पक्ष का जमकर हंगामा
मुस्लिम पक्ष के व्यापारियों ने प्रतिष्ठान बंद कर डीएम कार्यालय में चाबियां सौंपी, हिंदू पक्ष ने भी प्रतिष्ठान बंद कर निकाली रैली, पलटन बाजार में भारी पुलिस बल तैनात, रात तक रही तनाव की स्थिति
Amit Bhatt, Dehradun: राजधानी दून के पलटन बाजार में जूते-चप्पल की दुकान में एक युवती से सेल्समैन ने छेड़खानी कर दी। इस प्रकरण से गुस्साए कुछ व्यापारियों ने सेल्समैन के साथ ही दुकानदार की भी पिटाई कर दी। छेड़खानी की घटना शनिवार शाम की है, जबकि इस मामले ने पिटाई प्रकरण के बाद सोमवार को तूल पकड़ लिया। सेल्समैन मुस्लिम युवक है, लिहाजा घटना के विरोध में मुस्लिम पक्ष के व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे व चाबी कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिलाधिकारी कार्यालय में जमा करा दी। वहीं, हिंदू युवती के साथ छेड़खानी को लेकर गुस्साए हिंदू पक्ष के व्यापारियों ने भी दोपहर में बाजार बंद करा दिया और आरोपित के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की।
हंगामे को देखते हुए एसएसपी अजय सिंह के निर्देश पर एसपी सिटी प्रमोद कुमार भारी पुलिस बल लेकर पलटन बाजार पहुंचे व व्यापारियों को समझाने का प्रयास किया। व्यापारियों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने इस मामले में हल्की धारा में मुकदमा दर्ज किया और दुकान मालिक के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की। रात तक बाजार में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ था और पुलिस बल तैनात रहा। इसी क्रम में एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि अपराध करने वाला सिर्फ अपराधी होता है, उसे हिंदू या मुस्लमान के चश्मे से नहीं देखना चाहिए। उन्होंने अपील जारी कर कहा कि कोई भी पक्ष सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने का काम न करे।
घटनाक्रम के मुताबिक पलटन बाजार में मस्जिद के सामने रियान फुटवेयर में शनिवार शाम एक युवती जूते खरीदने पहुंची थी। पुलिस के अनुसार युवती लखनऊ (उत्तर प्रदेश) की रहने वाली है और दून में एक विवि में पढ़ती है। दुकान मालिक ने युवती को सेल्समेन उमेर के साथ ऊपरी मंजिल पर जूते देखने के लिए भेज दिया। आरोप है कि आरोपित सेल्समेन उमेर ने जूते पहनाने के बहाने युवती को गलत तरीके से स्पर्श करना शुरू कर दिया। जब युवती ने विरोध किया तो आरोपित जबरदस्ती करने लगा, जिस पर युवती ने पास रखी कोल्डड्रिंक की बोतल आरोपित के सिर पर दे मारी और भागकर नीचे आ गई। युवती ने दुकान के बाहर आकर अपने भाई को मोबाइल पर घटना बताई, जिस पर उसके भाई ने व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारियों से संपर्क किया।
इससे आक्रोशित व्यापारी संगठनों ने दुकान में घुसकर आरोपित सेल्समेन व दुकानदार की जमकर पिटाई कर डाली। युवती ने शहर कोतवाली में आरोपित के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया। घटना को लेकर रविवार को भी तनाव बना रहा और हिंदू व मुस्लिम व्यापारी पक्ष एक दूसरे का विरोध करते रहे। मुस्लिम पक्ष का कहना था कि जब अपराध सेल्समेन ने किया था तो सजा भी उसे ही मिलनी चाहिए थी, दुकानदार को पीटना गलत है। वहीं, हिंदू पक्ष का कहना था कि दुकान में रखे गए सेल्समेन के व्यवहार और हर कृत्य के लिए दुकानदार ही जिम्मेदार होता है। घटना के विरोध में मुस्लिम व्यापारियों ने सोमवार को अपने प्रतिष्ठान बंद रखने का आह्वान किया था। दूसरी ओर, पुलिस ने आरोपित सेल्समेन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
मुस्लिम पक्ष ने दुकानों की चाबी सौंपी, हिंदू पक्ष के व्यापारियों ने भी प्रतिष्ठान किए बंद
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत मुस्लिम व्यापारियों ने सोमवार को प्रतिष्ठान बंद रखे और कलेक्ट्रेट पहुंचकर चाबी जमा करा दी। उन्होंने घटना के विरोध में प्रदर्शन किया और धरना देकर बैठ गए। इसके विरोध में हिंदू व्यापारी भी एकजुट हो गए और मुस्लिम व्यापारियों पर पुलिस को दबाव में लेने के लिए दुकानें बंद कर चाबी कलेक्ट्रेट में सौंपने का आरोप लगाया। व्यापारियों ने पूरा बाजार बंद करा दिया। एसपी सिटी प्रमोद कुमार बाजार में पहुंचे और व्यापारियों से वार्ता की, लेकिन बात नहीं बनी। इस दौरान मुस्लिम पक्ष के व्यापारी भी बाजार में आकर विरोध करने लगे। दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ता देख पलटन बाजार, धामावाला व डिस्पेंसरी रोड बाजार में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया।
हिंदू पक्ष के व्यापारियों ने पुलिस के विरोध में भी जमकर नारेबाजी की और हल्की धारा में मुकदमा दर्ज करने का आरोप लगाया। व्यापारियों ने धामावाला व पलटन बाजार मस्जिद के भीतर भी तलाशी लेने की मांग की। देर शाम व्यापारियों का एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी सविन बंसल से मिला और घटना को लेकर वार्ता की। व्यापारियों ने आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की। वहीं, मुस्लिम व्यापारियों का कहना था कि एक व्यक्ति के कृत्य के लिए हर किसी को जिम्मेदार ठहराना उचित नहीं है। जिलाधिकारी ने दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की और पुलिस को मामले की गहनता से जांच के निर्देश दिए।
छेड़खानी के आरोपी को घूमता देख बिगड़ा माहौल
बाजार में माहौल शायद इतना नहीं बिगड़ता, अगर छेड़छाड़ का आरोपी उमेर सोमवार दोपहर खुलेआम घूमते हुए नजर नहीं आता। दरअसल, जब मुस्लिम पक्ष प्रतिष्ठान बंद कर कलेक्ट्रेट गया तो हिंदू व्यापारी पक्ष सिर्फ मुस्लिम पक्ष पर पुलिस पर दबाव बनाने का आरोप लगा रहा था। इस बीच हिंदू व्यापारियों ने आरोपी सेल्समेन को बाजार में घूमता हुआ देखा तो उनका पारा चढ़ गया व हंगामा करते हुए बाजार बंद करा दिया। उन्होंने पुलिस पर हल्की धारा में मुकदमा दर्ज करने और आरोपित को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया।
व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखना कोई समाधान नहीं है। व्यापारियों से घटना के संदर्भ में विस्तृत चर्चा हुई है। जो भी महिलाओं के प्रति गलत दृष्टि रखेगा और आपराधिक कृत्य करेगा, पुलिस को उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस घटना की जांच कर रही है और आरोपित के विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई की जा रही है।
सविन बंसल, जिलाधिकारी (देहरादून)
जिलाधिकारी से मांग की गई है कि इस प्रकरण की गंभीरता से जांच की जाए। इसके अतिरिक्त बाजार में अकसर समुदाय विशेष के दुकानदार व सेल्समेन वहां से गुजर रही युवतियों पर आपत्तिजनक टिप्पणीं करते हैं। जिला प्रशासन ऐसे दुकानदारों का सत्यापन कराना चाहिए और शिकायत पर तत्काल कड़ी कार्रवाई की जाए। महिला सुरक्षा को लेकर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल, कार्यकारी अध्यक्ष दून उद्योग व्यापार मंडल
फुटवेयर दुकान का मालिक मुस्लिम है और उसने सेल्समेन के गलत कृत्य का विरोध नहीं किया। दुकानों में सामान खरीदने हर वर्ग की महिलाएं व युवतियां आती हैं। इस तरह की घटना बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पुलिस क्या दून में एक और निर्भया कांड का इंतजार कर रही है, ऐसे अराजक तत्वों की जगह सलाखों के पीछे जेल में है। ऐसे आपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों की पहचान कर इन्हें संरक्षण देने वाले समुदाय विशेष के लोगों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।
सुनील मैसोन, महामंत्री दून उद्योग व्यापार मंडल
छेडछाड़ के आरोपित के अलावा मुस्लिम दुकानदार से भी कुछ लोगों ने मारपीट की, तो गलत है। जो घटना सेल्समेन ने की वह निंदनीय है, लेकिन इसके लिए पूरे मुस्लिम समाज पर प्रहार करना और उन्हें दोषी मानना किसी नजरिये से ठीक नहीं है। दूसरे पक्ष के कुछ दुकानदारों ने सेल्समेन की पिटाई के साथ दुकानदार की भी जमकर पिटाई की और उसे घसीटते हुए कोतवाली ले गए, जबकि इस मामले में दुकानदार की गलती नहीं है। सिटी मजिस्ट्रेट ने मामले की पारदर्शी जांच कराने का भरोसा दिया है।
मौलाना मोहम्मद अहमद कासमी, शहर काजी