वीडियो: दीपावली से पहले दून में बड़ी कार्रवाई: 5,000 किलो घटिया रसगुल्ले खपाने की तैयारी नाकाम
111 रुपए किलो के रेट से बेचने की थी तैयारी, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की कार्रवाई

Amit Bhatt, Dehradun: दीपावली के त्योहार से पहले राजधानी में मिलावटी और घटिया मिठाइयों की बिक्री रोकने के लिए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने पटेलनगर क्षेत्र में एक बेसमेंट में चल रहे बिना लाइसेंस के मिठाई गोदाम पर छापा मारा। अधिकारियों को मौके पर यह देखकर हैरानी हुई कि एक किलो रसगुल्ले की कीमत मात्र 111.76 रुपये दर्ज थी।
गोदाम में हरियाणा निर्मित रसगुल्ले, रसभरी और चमचम रखे गए थे। कई डिब्बों की पैकिंग खुली हुई थी और मिठाई खराब हालत में मिली। निरीक्षण के दौरान यह भी पता चला कि इस गोदाम से देहरादून और आसपास की दुकानों को मिठाई सप्लाई की जा रही थी, लेकिन रसीदों में सिर्फ दुकानों के नाम दर्ज थे, कोई पता नहीं। मौके से छह नमूने जांच के लिए लिए गए।
वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी, नगर निगम क्षेत्र देहरादून, रमेश सिंह ने बताया कि यह अभियान उपायुक्त गढ़वाल मंडल खाद्य सुरक्षा आर.एस. रावत और सहायक आयुक्त मनीष सयाना के नेतृत्व में किया गया। टीम में वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजय तिवारी, संतोष कुमार सिंह और कपिल देव शामिल थे।
सहायक आयुक्त मनीष सयाना ने कहा कि दुकानदारों को चेतावनी दी गई है कि वे केवल लाइसेंस प्राप्त उत्पाद ही बेचें, अन्यथा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। विभाग ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि त्योहारों पर मिठाई खरीदते समय सावधानी बरतें और किसी संदिग्ध उत्पाद की सूचना तुरंत खाद्य सुरक्षा विभाग को दें। विभाग का कहना है कि यह अभियान दीपावली तक लगातार जारी रहेगा, ताकि नकली और घटिया मिठाइयों की बिक्री पर रोक लगाई जा सके।
एफडीए आयुक्त डॉ आर राजेश कुमार और अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की जीरो टॉलरेंस की नीति के अनुसार त्योहारी सीजन में खाद्य सुरक्षा से जुड़े प्रत्येक माल की आवक और वितरण की कड़ी पर बारीकी से निगाह रखी जा रही है। किसी भी तरह की सूचना और गड़बड़ी की आशंका पर त्वरित एक्शन किया जा रहा है।



