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27 साल की उम्र, पिता को ठिकाने लगाया, फिर पत्नी को गोली मारी और अब सब इंस्पेक्टर पर झोंका फायर

40-50 लाख रुपये के कर्ज को चुकाने के लिए अपराध पर अपराध करता चला गया शुभम, अब घायल अवस्था में दून अस्पताल में पुलिस की निगहबानी में है भर्ती

Amit Bhatt, Dehradun: एनकाउंटर में दून पुलिस के सब इंस्पेक्टर मिथुन के पेट पर गोली मारने वाले सोनीपत हरियाणा के महज 27 साल के युवक की क्रूरता की कहानी हैरान करने वाली है। शुभम कोई पेशेवर अपराधी नहीं है। लेकिन, उसने 40-50 लाख रुपये का कर्ज चुकाने के लिए पिता को सिर्फ इसलिए गोली मार दी कि उन्होंने रकम देने से इन्कार कर दिया। शुभम ने अपनी पत्नी को सिर्फ इसलिए गोली मार दी कि उसे यह पता चल गया था कि उसके पति ने अपने पिता का खून कर दिया है। अपने इन गुनाह पर पर्दा डालने और पुलिस से बचने के लिए वह इधर-उधर भटक रहा था और इसी दौरान पुलिस को पता चल गया था कि वह मसूरी के साक्षी होम स्टे में रह रहा है। फिर शुभम ने पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए उसे पकड़ने आई पुलिस टीम पर भी फायर झोंक दिया। इस हमले में गोली रायपुर थाने की मालदेवता चौकी के इंचार्ज मिथुन की पेट में जा लगी। साथ ही एनकाउंटर में शुभम के पैर पर भी गोली लग गई। जिसके बाद पहले उसे दून के मैक्स अस्पताल और फिर दून मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

एनकाउंटर में पैर पर गोली लगने के बाद दून अस्पताल में भर्ती कई गुनाहों का आरोपी शुभम।

कुल मिलाकर शुभम की कहानी यह बताती है कि उसने एक अपराध को छिपाने के लिए दूसरा अपराध किया और फिर वह इस दलदल में गहरे तक धंसता चला गया। इसके साथ ही शुभम ने खुद को बचाने के लिए हर वो जतन किए, जो वह कर सकता था। इस दौरान अपराध दर अपराध की फेहरिस्त में उसने छिपने और खुद को बचाने के लिए कई प्लान बनाए। वह इन प्लान में कामयाब भी हो जाता, लेकिन किस्मत से उसकी पत्नी तान्या सिर पर गोली लगने के बाद भी बच गई और दून पुलिस ने इस प्रकरण को जरा भी हल्के में नहीं लिया। शुभम को पकड़ने के लिए दुर्भाग्य से जरूर पुलिस के सब इंस्पेक्टर मिथुन कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए, मगर पुलिस ने उसे दबोचकर ही दम लिया। आइए आपको बताते हैं शुभम के अपराध के दलदल में धंसने और उसी के मुताबिक अंजाम तक पहुंचने की पूरी कहानी।

पत्नी तान्या को गोली मारी और पुलिस ने उसे बचा लिया, यहीं से शुरू हुई शुभम की उलटी गिनती
13-01-24 को रायपुर पुलिस को थानो रोड पर बड़ासी पुल के नीचे एक महिला घायल अवस्था में बेहोशी की हालत में मिली थी। जिसे पुलिस ने उपचार के लिए दून अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने महिला के सिर के दाहिने हिस्से पर लगी गहरी चोट के परीक्षण के लिए सीटी स्कैन किया। जिसमें पता चला कि उसके सिर के भीतर गोली फंसी हुई है। यह देख चिकित्सक और पुलिस भी सकते में आ गई। लेकिन, महिला कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं थी। ऐसे में उसकी पहचान करना चुनौती बन गया। महिला की पहचान के लिए पुलिस ने उसके फोटो सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित किए, जिसके बाद हरिद्वार निवासी काव्या ने रायपुर पुलिस से संपर्क किया और घायल महिला की पहचान अपनी बड़ी बहन तान्या राजपूत पुत्री हेमराज चौहान, निवासी टाटा मोटर्स इंडस्ट्रीज एरिया, लोधा मंडी, हरिद्वार के रूप में की। तान्या की बहन ने बताया गया कि तान्या ने शुभम पुत्र प्रभुदयाल निवासी सोनीपत हरियाणा से वर्ष 2020 में प्रेम विवाह किया था। शादी के बाद वह मायके वालों से ज्यादा संपर्क नहीं रखती थी और सोनीपत हरियाणा में ही रहती थी।

यह हैं एनकाउंटर में घायल हुए जांबाज सब इंस्पेक्टर मिथुन।

काव्या का तहरीर पर मुकदमा और शुभम की तलाश हुई शुरू
काव्या की ओर से थाना रायपुर में दी गई तहरीर के आधार पर अज्ञात के विरुद्ध हत्या के प्रयास का अभियोग पंजीकृत किया गया, जिसकी जांच सब इंस्पेक्टर मिथुन कुमार के सुपुर्द की गई। मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में घायल तान्या के बयान लेने के प्रयास किए गए, लेकिन उसके बयान देने की हालत में होने के कारण घटना को लेकर कोई मदद नहीं मिल पाई। हालंकि, गोली लगने को लेकर तान्या की बहन काव्या ने शुभम पर शक जाहिर किया था। जिसके बाद जांच के एक बिंदु के रूप में शुभम को भी रडार पर रखा गया। प्रकरण की तह तक जाने के लिए एसएसपी अजय सिंह के निर्देशों पर अलग-अलग टीमों का गठन किया गया। जिसमें एक टीम को घायल महिला के ससुराल सोनीपत रवाना किया गया था, जहां पुलिस टीम को घायल महिला के ससुर प्रभुदयाल के सितंबर 2023 में घर से लापता होने तथा इस सम्बंध में थाना सोनीपत हरियाणा में उनकी गुमशुदगी दर्ज होने की जानकारी प्राप्त हुई। बताया गया कि इसके बाद से ही काव्य और उसका पति शुभम घर से कहीं चले गए हैं और उनका मोबाइल नंबर भी स्विच ऑफ आ रहा है।

अन्य टीमों ने घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण कर थानो मार्ग पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज का विश्लेषण किया तो तान्या के एक संधिक्त कार DL10CF7165 फोर्ड इको स्पोर्ट्स के माध्यम से घटनास्थल तक आने की जानकारी प्राप्त हुई। जांच करते हुए पुलिस ने कार को जौलीग्रांट एयरपोर्ट की पार्किंग से बरामद कर लिया। आरटीओ कार्यालय से इस कार की डिटेल निकलवाने पर पता चला कि इसमें फर्जी नंबर प्लेट का इस्तेमाल किया गया है। हालांकि, वाहन की तलाशी लेने पर उसमें से एक नंबर प्लेट HR26DF0996, एक जिंदा कारतूस, 02 खोखा कारतूस व अन्य सामान बरामद हुआ। बरामद नंबर प्लेट की जानकारी तथा घायल महिला की बहन से पूछताछ में कार शुभम के नाम पर पाई गई।

पुलिस ने बरामद की शुभम की कार, गोली मारने के लिए इसी कार से पत्नी तान्या को थानो रोड पर ले गया था शुभम।

पुलिस की जांच को मिली दिशा, मार्ग के 250 से 300 सीसीटीवी कैमरों की जांच
पुलिस की जांच को दिशा मिल जाने के बाद थानो, ऋषिकेश व आसपास के मार्गों के 250 से 300 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज का का गहन परीक्षण किया गया। जिसमें शुभम स्कूटी के माध्यम से तान्या को तपोवन मुनिकीरेती से जौलीग्रांट लाता हुआ तथा जौलीग्रांट से कार के माध्यम से घटना स्थल तक आता हुआ दिखाई दिया। पुलिस टीम द्वारा तपोवन में अभियुक्त शुभम के संबंध में जानकारी प्राप्त करने के लिए होटलो की चेकिंग की गई। पता चला कि वह तपोवन, मुनिकीरेती स्थित अराधना पैलेस होटल में 27 दिसंबर से 14 जनवरी तक रहा था। होटल मालिक से पूछताछ में जानकारी मिली कि शुभम ने 01 महीने के लिए होटल में कमरा लिया गया था और 13-01-2024 को वह अपनी पत्नी तान्या के साथ बाहर घूमने जाने की बात कहकर निकला था। जबकि शाम को वह अकेले ही वापस होटल आया था। उसके बाद शुभम दिनांक 15-01-2024 की सुबह अपना सामान लेकर होटल से चला गया। इस होटल से पुलिस को अभियुक्त शुभम का एक मोबाइल नंबर भी प्राप्त हुआ। जिसकी लोकेशन लोकेशन निकालने पर वह माल रोड मसूरी में पाई गई। इस जानकारी के बाद सब इंस्पेक्टर मिथुन कुमार, सुनील नेगी तथा जयवीर सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम को अभियुक्त की धरपकड़ के लिए तत्काल मसूरी रवाना किया गया।

पत्नी को गोली मारने के बाद मसूरी के इस होम स्टे में रह रहा था शुभम।

साक्षी होम स्टे में तलाश पूरी, बचने को शुभम ने झोंका फायर
पुलिस टीम ने मोबाइल नंबर की लोकेशन के आधार पर माल रोड स्थित अलग-अलग होटलों में शनिवार देर रात शुभम की तलाश शुरू की। इसी दौरान पता चला कि साक्षी होम स्टे मसूरी के रजिस्टर में शुभम नाम का व्यक्ति 15 जनवरी से ठहरा हुआ है। जिस पर पुलिस टीम ने शुभम के कमरे का दरवाजा खुलवाकर उसे पकड़ने का प्रयास किया गया, लेकिन उसने दरवाजा खोलते ही पिस्टल से पुलिस टीम पर फायर कर दिया। जिसमें पुलिस टीम में मौजूद सब इंस्पेक्टर मिथुन कुमार के पेट में गोली लग गई और शुभम मौके से फरार हो गया। पुलिस टीम पर किए गए जानलेवा हमले के संबंध में सब इंस्पेक्टर सुनील नेगी ने थाना मसूरी में मु.अ.सं.-2/24, धारा 307, 332, 353 भा.द.वि. का अभियोग पंजीकृत कराया।

कुठालगेट नाके पर एनकाउंटर में पकड़ा गया शुभम
शुभम के सब इंस्पेक्टर मिथुन को गोली मारकर फरार होने की जानकारी तत्काल उच्च अधिकारियों को देने के साथ ही सभी नाकों पर पुलिस को अलर्ट कर दिया गया था। साथ ही घायल सब इंस्पेक्टर (एसआई) मिथुन कुमार को उपचार के लिए मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया। पूरी घटना की जानकारी एसएसपी अजय सिंह ने पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार को भी दे दी थी। इसके साथ ही फरार शुभम की धरपकड़ के लिए पुलिस अधीक्षक यातायात तथा पुलिस अधीक्षक नगर भी मौके पर पहुंचे और सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान कुठालगेट पर पुलिस चेकिंग के दौरान मसूरी की ओर से आती हुई एक स्विफ्ट कार UK-07-TD-1408 पुलिस बैरियर से पहले कुछ दूरी पर रुक गई और मसूरी की तरफ वापस मुड़ने लगी। पुलिस ने तत्काल सरकारी वाहन से कार का पीछा किया और कुछ दूरी पर अभियुक्त के हुलिए से मिलता-जुलता एक संदिग्ध व्यक्ति उक्त वाहन से उतरकर जंगल की ओर भागने लगा। पुलिस टीम उसके पीछे दौड़ी तो उसने पुलिस टीम पर फायर कर दिया, जिसमें 02 बुलेट मौके पर पुलिस के वाहन पर लगी। अपने बचाव मे पुलिस की ओर से की गई जवाबी फायरिंग में शुभम के पैर में गोली लग गई। वह लड़खड़ाता हुआ गिर पड़ा और पुलिस टीम ने उसे दबोच लिया। उसके पास से 02 पिस्टल 32 बोर तथा 03 जिंदा कारतूस, 02 खोखे बरामद हुए। इसी क्रम में शुभम पर सब इंस्पेक्टर धनीराम पुरोहित ने पुलिस टीम पर जानलेवा हमला करने तथा अवैध असलाह बरामद होने का मुकदमा दर्ज कराया है।

40 से 50 लाख रुपये का कर्ज उतारने के लिए कातिल बना शुभुम
देहरादून के एसएसपी अजय सिंह के मुताबिक आरोपी शुभम ने पूछताछ में बताया कि उस पर हरियाणा में विभिन्न लोगों से 40 से 50 लाख रुपये का उधार है। उस पर उधार चुकाने का निरंतर दबाव बनाया जा रहा था। उसने अपने पिता से पैसों की मांग की तो उन्होंने साफ मना कर दिया। जिसके बाद शुभम ने संपत्ति हड़पने के लिए अपने पिता को रास्ते से हटाने की योजना बनाई और सितंबर 2023 में सोनीपत में उन्हें गोली मार दी। बताया गया कि पिता की हत्या के बाद शव को मुज्जफरनगर से हरिद्वार के बीच जंगल में ठिकाने लगा दिया। इसके बाद शुभम अपनी पत्नी तान्या को लेकर वहां से फरार हो गया।

सोनीपत से फरार होने के बाद पत्नी के साथ छिद्दरवाला में किराए पर रहा शुभम
सोनीपत से भागने के बाद शुभम अपनी पत्नी तान्या के साथ छिद्दरवाला, रायवाला में किराए पर कमरा लेकर रहने लगा। इसी बीच अभियुक्त के पिता की गुमशुदगी के संबंध में शुभम की तलाश करते हुए हरियाणा पुलिस उसके ससुराल हरिद्वार पहुंच गई। इसकी जानकारी शुभम को मिली तो वह छिद्दरवाला से कमरा छोड़कर ऋषिकेश के पास मुनिकिरेती तपोवन भाग गया और 27 दिसंबर से 14 जनवरी तक आराधना पैलेस होटल में रुका। इसी दौरान उसने पत्नी तान्या को भी रास्ते से हटाने की योजना बनाई।

पत्नी को चला ससुर की हत्या का पता
इस दौरान अभियुक्त की पत्नी तान्या को अभियुक्त द्वारा अपने पिता यानी अपने ससुर की हत्या करने की जानकारी हो गई थी। शुभम को शक था कि पुलिस के डर से कहीं उसकी पत्नी उसका भांडा न फोड़ दे। लिहाजा, उसके कदम अपनी पत्नी की जान लेने से भी नहीं कांपे। 13 जनवरी को शुभम अपनी पत्नी तान्या को लेकर स्कूटी से तपोवन से जौलीग्रांट आया। यहां उसने जौलीग्रांट एयरपोर्ट की पार्किंग में पूर्व से खड़ी खडी अपनी कार ली और पत्नी को थानो होते हुए बडासी पुल लाया। यहां पर उसने तान्या के सिर पर गोली मारी और उसे पुल से नीचे फेंक दिया। फिर उसने कार वापस जौलीग्रांट पार्किंग पर खड़ी की और स्कूटी लेकर तपोवन चला गया।

पिता के बैंक खाते से निकाले 6.50 लाख, तान्या की बहन से पत्नी के सोशल मीडिया अकाउंट से चैटिंग
एसएसपी अजय सिंह के मुताबिक पत्नी को गोली मरने के बाद शुभम ने अपने खर्चों की पूर्ति के लिए पिता के बैंक अकाउंट के साढ़े छह लाख रुपये निकाले। साथ ही तान्या को लेकर शक न हो, इसलिए उसके सोशल मीडिया अकाउंट से उसकी बहन से चैटिंग भी की। कार की फर्जी नंबर प्लेट पर पुलिस के संदेह से बचने के लिए उसने ओएलएक्स पर अपनी कार से मिलती-जुलती कार का नंबर नोट किया ओर फर्जी नंबर प्लेट लगा दी।

 

 

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