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4.5 करोड़ मिले आइएफएस पटनायक के घर से, डीएफओ और रेंजरों के नाम के लिफाफे भी मिले

महिला कार्मिक से छेड़छाड़ के आरोप में फंसे मुख्य वन संरक्षक की बढ़ेंगी मुश्किलें, पूर्व मंत्री हरक सिंह के ठिकानों पर छापेमारी के क्रम में पहुंची थी ईडी की टीम 

Amit Bhatt, Dehradun: पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में वन मंत्री रहे हरक सिंह रावत के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी में वरिष्ठ आइएफएस अधिकारी सुशांत पटनायक भी लपेटे में आ गए हैं। जांच में घपले में वरिष्ठ आइएफएस और मुख्य संरक्षक सुशांत पटनायक का नाम सामने आने के बाद ईडी ने कैनाल रोड स्थित उनके आवास पर भी छापा मारा। सूत्रों के मुताबिक इस दौरान उनके घर से साढ़े चार करोड़ रुपये कैश मिला है। इतनी बड़ी राशि देख ईडी टीम भी हैरान रह गई। इस राशि को ईडी ने जब्त कर लिया। साथ ही सूत्रों के मुताबिक 34 करोड़ रुपये चल-अचल संपत्ति के दस्तावेज टीम को हाथ लगे हैं। पटनायक के घर कुछ रुपये से भरे लिफाफे भी मिले हैं, जिन पर कुछ डीएफओ व रेंजरों के नाम लिखें हैं। आईएफएस के घर पर भारी नकदी बरामद होने के बाद ईडी अधिकारियों को 02 कैश काउंटिंग मशीन मंगानी पड़ी थी।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम की छापेमारी बुधवार को उत्तराखंड समेत चंडीगढ़ व दिल्ली एनसीआर में 16 ठिकानों पर एक साथ शुरू की गई। जिसमें ईडी की 16 टीमों ने बुधवार सुबह पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत के देहरादून में डिफेंस कालोनी स्थित आवास, उनके बेटे के सहसपुर के शंकरपुर स्थित दून इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज समेत उनसे जुड़े करीबी अधिकारियों उत्तराखंड के वरिष्ठ आइएफएस अधिकारी व वन मुख्यालय से संबद्ध सुशांत पटनायक व पेड़ कटान में आरोपित सेवानिवृत्त प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) किशन चंद के हरिद्वार के आवास पर छापा मारा।

साथ ही हरक सिंह रावत के निजी सचिव रहे वीरेंद्र कंडारी के दून स्थित आवास, उनके करीबी नरेंद्र वालिया के ऋषिकेश में गंगानगर स्थित अपार्टमेंट, हरिद्वार रोड पर छिद्दरवाला स्थित लक्ष्मी राणा के अमरावती पेट्रोल पंप, काशीपुर में भाजपा के जिला मंत्री अमित सिंह के आलू फार्म स्थित आवास पर भी जांच की गई। इसके अलावा हरक सिंह रावत के श्रीनगर गढ़वाल में श्रीकोट स्थित गहड़ के पैतृक आवास और उनके करीबियों के चंडीगढ़ व दिल्ली-एनसीआर के ठिकानों को भी ईडी की टीम ने कवर किया।

हरक सिंह रावत से चल रही पूछताछ, दस्तावेज जब्त

ईडी की छापेमारी के दौरान हरक सिंह रावत अपने देहरादून की डिफेंस कालोनी स्थित आवास पर ही थे। ईडी की टीम ने उन्हें घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी और उनसे कार्बेट टाइगर रिजर्व प्रकरण और शंकरपुर में जमीन धोखाधड़ी से जुड़े मामले में गहन पूछताछ चल रही है। इस दौरान यह बात भी सामने आई कि दोनों ही मामले में बड़े पैमाने पर धन की उगाही की गई है। जो कि सीधे रूप में मनी लॉन्ड्रिंग के दायरे में आता है। ईडी सूत्रों के मुताबिक शंकरपुर में दून इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस स्थापित किया गया है और पैसों को रेगुलेट करने के लिए श्रीमती पूर्णा देवी ट्रस्ट बनाया गया है। देर रात तक ईडी की टीम पूर्व मंत्री रावत से पूछताछ कर रही थी। वहीं, छापेमारी के दौरान ईडी टीम ने विभिन्न ठिकानों से बड़ी संख्या में दस्तावेज भी कब्जे में लिए हैं। जिनकी जांच भी शुरू कर दी गई है।

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