Uttarakhandआपदा प्रबंधन

पौड़ी और उत्तरकाशी में बादल फटा, घरों में घुसा मलबा, खेत-खलिहान और सड़कें बही

अतिवृष्टि से उफान पर आए गदेरे, 06 गांव प्रभावित, राहत कार्य के डीएम ने दिए आदेश

Amit Bhatt, Dehradun: पौड़ी जिले के बैजरों क्षेत्र और उत्तरकाशी के चिन्यालीसौड़ के गढ़वालगाड गांव में बादल फटने के कारण बड़ा नुकसान हुआ है। अतिवृष्टि से गदेरे उफान पर आ गए और पानी के साथ भारी मलबा घरों से लेकर खेत-खलिहानों में जा घुसा। पौड़ी कुल 05 गांवों में समान्य से अधिक क्षति की सूचना है। शुक्र है कि बारिश के कारण जनहानि नहीं हुई। अतिवृष्टि के बाद उफान पर आए गदेरों के वीडियो भी सामने आए हैं। जिसमें देखा जा सकता है कि यह स्थिति बादल फटने के बाद ही संभव हो सकती है। दूसरी तरफ उत्तरकाशी जिले में चिन्यालीसौड़ तहसील के अंतर्गत गढ़वालगाड गांव में बादल फटने के बाद बड़े स्तर पर क्षति की जानकारी सामने आई है। दोनों जिलों का प्रशासनिक अमला राहत एवं बचाव कार्य में जुटा है।

पौड़ी के बीरोंखाल ब्लॉक के बैजरों क्षेत्र में अतिवृष्टि के कारण स्टेट हाईवे 32 का 30 मीटर भाग पूरी तरह ध्वस्त हो गया है। इससे बड़े क्षेत्र का संपर्क कट गया है। जिलाधिकारी पौड़ी आशीष चौहान ने बताया कि बारिश से बैजरों क्षेत्र के कुणजोली, गुडयलखील, फरसवाडी और सुखई गांव में तेज बारिश से हुए नुकसान का आकलन करने के लिये पौड़ी से स्वास्थ विभाग, तहसील प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग की टीम के साथ अन्य टीम मौके के लिये रवाना हो गई हैं। बताया जा रहा है कि संबंधित क्षेत्र में खेत-खलिहानों को क्षति पहुंची है।

प्रभावित ग्रामीणों को ठहरने के लिए उचित व्यवस्था प्रशासन द्वारा की जा रही है और फूड पैकेट सहित अन्य राहत सामग्री भी प्रभावित गांवों तक पहुंचाई जा रही है। जिलाधिकारी ने बताया कि मौके पर पहुंचकर टीम नुकसान का आकलन करेगी और हरसंभव मदद ग्रामीणों तक पहुंचाई जाएगी। प्रशासन की पहली प्राथमिकता प्रभावित ग्रामीणों को राहत देने की ही है। दूसरी तरफ उत्तरकाशी के गढ़वालगाड गांव के बौणी तोक में बादल फटने से एक गौशाला मलबे में दब गई। जिसमें एक भैंस और बैल भी दब गए। साथ ही पूर्व प्रधान सूरत सिंह के मकान का एक हिस्सा और चतर सिंह की परचून की दुकान भी मलबे में दब गई।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button