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रजिस्ट्री फर्जीवाड़ा: मुजफ्फरनगर का गैंगस्टर गिरफ्तार, अधिवक्ता कमल विरमानी से कनेक्शन

गैंगस्टर और हिस्ट्रीशीटर विशाल को किया गया गिरफ्तार, राजपुर रोड पर स्वरुप रानी की जमीन पर अधिवक्ता विरमानी के साथ मिलकर किया खेल

Amit Bhatt, Dehradun: रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में दून पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। मुज्जफरनगर के नामी गैंगस्टर और हिस्ट्रीशीटर विशाल कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। विशाल कुमार प्रॉपर्टी डीलिंग करता है और उसके विरुद्ध मुजफ्फरनगर में कई अभियोग पंजीकृत है। विशाल कुमार का आपराधिक इतिहास है और मुजफ्फनगर से हिस्ट्रीशीटर भी है। गौर करने वाली बात यह है कि गैंगस्टर ने रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में जेल में बंद चल रहे दून के नामी अधिवक्ता के साथ मिलकर राजपुर रोड स्थित स्वरुप रानी की संपत्ति खुर्दबुर्द की थी। इस कनेक्शन के बाद अधिवक्ता विरमानी की मुश्किलें और बढ़ जाएंगी।

रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में पुलिस की गिरफ्त में मुजफ्फरनगर का गैंगस्टर विशाल कुमार।

पुलिस के मुताबिक गैंगस्टर विशाल कुमार प्रॉपर्टी डीलिंग के सिलसिले में देहरादून आया करता था। वर्ष 2018 में उसकी मुलाकात अधिवक्ता कमल बिरमानी से हुई थी और कमल विरमानी ने ही उसे जाखन में स्वरूप रानी की प्रॉपर्टी दिखाई थी। साथ ही यह भी बताया था कि स्वरूप रानी की मृत्यु हो चुकी है और उनकी लडकियां बाहर नोएडा तथा विदेश में रहती हैं। कमल विरमानी ने ही विशाल कुमार को वकील इमरान के पास भेजा था। उसके बाद विशाल कुमार की मुलाकात केपी सिंह से कराई गई। केपी सिंह और इमरान रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इन सभी ने मिलकर वर्ष 1978 का फर्जी विलेख पत्र बनाकर राजपुर रोड के जाखन स्थित स्वरूप रानी से विशाल कुमार के पिता मांगेराम के नाम विलेख पत्र दिखाया। इसके बाद अन्य सहयोगियों की मदद से रजिस्ट्री कार्यालय में उसे दर्ज करा दिया गया।

2.90 करोड़ में बेची स्वरुप रानी की संपत्ति, फर्जी रजिस्ट्री सब रजिस्ट्रार कार्यालय में दर्ज कराई
इसके अलावा मांगे राम के नाम से बतौर वसीयत जाखन स्थित प्रॉपर्टी को विशाल कुमार के नाम होना दिखाया गया। जब यह सब कारनामा कर लिया गया, तब उस संपत्ति का संजय शर्मा के साथ 02 करोड़ 90 लाख रुपये में सौदा तय करते हुए बतौर रजिस्ट्री संजय शर्मा की पत्नी रेखा शर्मा के नाम कर दी गई। जिसमें संजय शर्मा से इन लोगों को 45 लाख रुपये प्राप्त हुए। इन रुपयों को चारों ने आपस में बांट लिया। हालांकि, इस प्रॉपर्टी का दाखिल खारिज न होने के कारण इन लोगो द्वारा पुनः उक्त भूमि को दलाल रकम सिंह के माध्यम से देहरादून निवासी कमल जिंदल को बतौर रजिस्ट्री विक्रय कर दी। जिसमें इनको 40 लाख रुपये कमल जिंदल से प्राप्त हुए और फिर से रकम सभी ने आपस में बांट ली।

इसके उपरान्त इन लोगो द्वारा उक्त प्रॉपर्टी पर कब्जे का प्रयास किया जाने लगा, जिसकी जानकारी स्वरूप रानी की पुत्री मिनाक्षी सूद व किरन दवे को होने पर इनके द्वारा राजपुर थाने पर अभियुक्तगण विशाल कुमार व संजय शर्मा के विरूद्ध मु0अ0सं0 73/ 2023 दर्ज करवाया गया। मुकदमा दर्ज होने के बाद कमल विरमानी व इमरान की सलाह पर विशाल कुमार व संजय शर्मा द्वारा मूल रजिस्ट्री खो जाने की बात तत्कालीन विवेचक को बताई गई। साथ ही इनके द्वारा उक्त रजिस्ट्री खो जाने बाबत वर्ष 2022 में मुजफ्फनगर थाना मंडी में गुमशुदगी लिखवाई गई। साथ ही मुजफ्फनगर अखबार में भी यह बात छपाई गई। मूल दस्तावेज प्राप्त न होने के कारण राजपुर थाना ने इनके विरूद्ध अभियोग में धारा 420/120बी भादवि0 में आरोप पत्र न्यायालय को प्रेषित किया।

विशाल ने खोले कई नाम, होगी गिरफ्तारी
पुलिस के मुताबिक अभियुक्त विशाल कुमार से की गई पूछताछ में अन्य कई अभियुक्तगण के नाम भी प्रकाश में आए हैं। संबंधित के विरुद्ध भी
एसआईटी टीम द्वारा गहन जांच एवं साक्ष्य संकलन किया जा रहा है। शीघ्र ही प्रकाश में आए अन्य अभियुक्तगणों के विरुद्ध नियमानुसार विधिक कार्यवाही की जा रही है।

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