
Amit Bhatt, Dehradun: भारतीय रेडक्रास सोसाइटी के तत्वावधान में आयोजित लेक्चरर एवं लेक्चरर-इन-ट्रेनिंग का सात दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम रविवार को पशुपालन विभाग के प्रशिक्षण केंद्र में सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। यह प्रशिक्षण न केवल संगठनात्मक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा, बल्कि मानवीय सेवा के क्षेत्र में रेडक्रास की भूमिका को और अधिक सुदृढ़ करने वाला सिद्ध हुआ।
प्रशिक्षण समापन अवसर पर राज्य शाखा के चेयरमैन ओंकार बहुगुणा ने सभी प्रशिक्षणार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि रेडक्रास मानवता की सेवा का प्रतीक है, जिसका मूल स्वरूप द्वेष रहित और पूर्णतः गैर-राजनीतिक है। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण प्रतिभागियों के भीतर सेवा भाव, अनुशासन और सामाजिक दायित्व की नई ऊर्जा का संचार करेगा।
प्रदेश को मिले 19 प्रशिक्षित प्रशिक्षक
रेडक्रास के सेक्रेटरी जनरल डॉ. जे.एन. नौटियाल ने बताया कि यह प्रशिक्षण लंबे समय से अपेक्षित था। कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न जिलों से 11 लेक्चरर एवं 8 लेक्चरर-इन-ट्रेनिंग ने भाग लिया। प्रशिक्षणार्थियों द्वारा फर्स्ट एड, वाउचर, रिफ्रेशर एवं मेडालियन जैसे अनिवार्य कोर्स वर्ष 2020 में ही पूर्ण किए जा चुके थे और दिसंबर तक यह प्रशिक्षण पूरा करना आवश्यक था।
अब प्रशिक्षण के सफल समापन के साथ रेडक्रास को 19 पूर्ण प्रशिक्षित प्रशिक्षक प्राप्त हो गए हैं, जो अपने-अपने जिलों में जूनियर रेडक्रास एवं यूथ रेडक्रास को सक्रिय करते हुए सेवा गतिविधियों का विस्तार करेंगे।
राष्ट्रीय मुख्यालय की देखरेख में हुआ प्रशिक्षण
इस विशेष प्रशिक्षण को प्रभावी, अनुशासित और मानक अनुरूप ढंग से संपन्न कराने के लिए रेडक्रास के राष्ट्रीय मुख्यालय, नई दिल्ली द्वारा पंजाब रेडक्रास की प्रेक्षक डॉ. साइना वर्मा को नियुक्त किया गया था। उनकी गरिमामयी उपस्थिति और मार्गदर्शन में संपूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
कई जिलों से सहभागिता, विशेषज्ञों ने दिया मार्गदर्शन
प्रशिक्षण में हरिद्वार, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, ऊधम सिंह नगर, अल्मोड़ा, नैनीताल, टिहरी, पिथौरागढ़ एवं चंपावत सहित अनेक जिलों के प्रतिभागियों ने सहभागिता की। मास्टर ट्रेनर मनीष कसनियाल, अनिल सैनी, डिप्टी सेक्रेटरी हरिश चंद्र तथा डॉ. एम.एस. अंसारी सहित अन्य विशेषज्ञों ने प्रशिक्षण देकर प्रतिभागियों को व्यावहारिक एवं सैद्धांतिक मार्गदर्शन प्रदान किया।
मानवता और आपदा प्रबंधन में ऐतिहासिक पहल
यह सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम मानवता, सेवा और आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में रेडक्रास की भूमिका को और अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में एक प्रेरक एवं ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है। प्रशिक्षित प्रशिक्षकों के माध्यम से अब प्रदेशभर में रेडक्रास की सेवा गतिविधियों को नई गति और व्यापकता मिलने की उम्मीद है।



