ओजोन दिवस पर एफआरआइ में गंभीर चिंतन
ओजोन परत पर भाषण में पर्यावरण प्रबंधन की छात्रा आंचल आई प्रथम
Usha Gairola, Dehradun: वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआइ) में विश्व ओजोन दिवस पर गंभीर चिंतन किया गया। इस दौरान विज्ञानियों ने ओजोन परत और इस पर पड़ रहे प्रतिकूल प्रभाव की जानकारी दी। वहीं, छात्रों ने भाषण प्रतियोगिता के माध्यम से विषय पर प्रकाश डाला।
शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में एफआरआइ की निदेशक डा रेणु सिंह ने कहा कि ओजोन परत में कमी का मुख्य कारण पृथ्वी का उच्च विकिरण (रेडिएशन) है। इससे कैंसर, मोतियाबिंद और त्वचा रोग जैसी बीमारी सामने आ रही है। कार्यक्रम में ‘ओजोन परत को ठीक करना और जलवायु को कम करना’ विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
प्रतियोगिता में एमएससी पर्यावरण प्रबंधन की छात्रा आंचल ने पहला स्थान प्राप्त किया। जूनियर रिसर्च फेलो सिल्वीकल्चर एन्ड फारेस्ट मैनेजमेंट डिवीजन नितेश चौहान दूसरे और इसी डिवीजन की जूनियर रिसर्च फेलो पल्ल्वी ने तीसरा स्थान हासिल किया। सांत्वना पुरस्कार रसायन और जैव पूर्वेक्षण प्रभाग के शोधार्थी गौरव पांडे को दिया गया। इस अवसर पर विस्तार प्रभाग की प्रमुख ऋचा मिश्रा, विज्ञानी डा देवेंद्र कुमार, रामबीर सिंह आदि उपस्थित रहे।