शिक्षा

यूसर्क ने 15 उत्कृष्ट शिक्षकों को सम्मानित किया, 42 स्टैम लैब का भी उदघाटन

शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने किया शिक्षकों को सम्मानित, स्टैम लैब को बताया विज्ञान शिक्षा के लिए वरदान

Amit Bhatt, Dehradun: उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क) की ओर से विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी अध्यापक सम्मेलन 2023-24 में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 15 शिक्षकों को सम्मानित किया गया। साथ ही 42 स्टैम लैब का उदघाटन भी किया गया।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी अध्यापक सम्मेलन को संबोधित करते शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत।

शनिवार को देहरादून स्थित आईआरडीटी सभागार में आयोजित विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी अध्यापक सम्मेलन 2023-24 का उदघाटन शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने किया। उन्होंने 42 स्टैम प्रयोगशालाओं का उदघाटन करते हुये कहा कि यह स्टैम प्रयोगशालायें प्रदेश के विद्यार्थियों को विज्ञान शिक्षा, अनुसंधान एवं नवाचार की दिशा में ले जाने का कार्य करेंगी तथा विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच को बढ़ायेंगी। इसके साथ ही उन्होंने प्रादेशिक स्तर पर विज्ञान शिक्षा, प्रौद्योगिकी, पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक चेतना  के क्षेत्र में चयनित किए गए 15 शिक्षकों को सम्मानित किया। डॉ धन सिंह रावत ने अपने संबोधन में कहा कि यूसर्क द्वारा प्रदेश में विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान के क्षेत्र में बहुत ही उत्कृष्ट एवं अनुकरणीय कार्य किया जा रहा है।सरकार का प्रयास है कि प्रदेश का कोई भी विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त करने से वंचित न रहे, इस दिशा में सरकार द्वारा विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी अध्यापक सम्मेलन के दौरान यूसर्क निदेशक प्रो. अनिता रावत।

कार्यक्रम में यूसर्क की निदेशक प्रो (डॉ) अनीता रावत ने प्रदेश के सीमांत भागों तक विद्यार्थियों में वैज्ञानिक चेतना के जागरण, वैज्ञानिक अभिरुचि में वृद्वि करने तथा उनकी जिज्ञासाओं के समाधान के लिए किए जा रहे कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में 200 विज्ञान चेतना केंद्रों की स्थापना, 42 स्टैम (साइंस, टैक्नोलाॅजी, इंजीनियरिंग, मैथेमैटिक्स) प्रयोगशालाओं की स्थापना के साथ-साथ आईसीटी के माध्यम से डिजिटल लर्निग प्लेटफार्म की दिशा में सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन में यूसर्क द्वारा प्रदेश में 42 स्टेम प्रयोगशालाओं की स्थापना की गयी है, जिनका उदघाटन कर दिया गया है। यूसर्क द्वारा प्रादेशिक स्तर पर विज्ञान शिक्षा, प्रौद्योगिकी, पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक चेतना के क्षेत्र में चयनित 15 शिक्षकों का सम्मान भी इसी कड़ी का हिस्सा है। प्रो रावत ने कहा कि यूसर्क द्वारा विभिन्न वैज्ञानिक प्रशिक्षण कार्यक्रम, उद्यमिता विकास केंद्रों की स्थापना आदि कार्यक्रमों के तहत प्रदेश के विद्यार्थियों को स्वावलंबी बनाने के साथ उनके करियर को एक उचित दिशा प्रदान करने का कार्य भी किया जा रहा है।

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी अध्यापक सम्मेलन को संबोधित करते राजपुर रोड क्षेत्र के विधायक खजान दास।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये राजपुर रोड विधानसभा क्षेत्र के विधायक खजान दास ने कहा कि आज के कार्यक्रम के द्वारा जिन शिक्षकों को यूसर्क द्वारा प्रादेशिक स्तर पर सम्मानित किया जा रहा है, उनसे हमारे विद्यार्थियों को प्रेरणा प्राप्त होगी। यूसर्क द्वारा स्थापित 42 स्टैम प्रयोगशालाऐं विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति रूचि को बढ़ाएंगी। ज्वालापुर से ऑनलाइन जुड़े हरिद्वार विधायक मदन कौशिक ने कहा कि ये स्टेम प्रयोगशालाएं विज्ञान को सीखने का यूसर्क का अच्छा कदम है, जिससे हमारे विद्यार्थी बहुत आगे जा सकेंगे।

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी अध्यापक सम्मेलन में यूसर्क की पुस्तिकाओं का विमोचन करते अतिथिगण।

यूसर्क की पुस्तकों का विमोचन किया गया

यूसर्क द्वारा प्रकाशित पुस्तकें वाटर साइंस एंड टेक्नोलॉजी, वाटर मैनेजमेंट एंड गवर्नेंस एवं प्लांट टैक्सोनॉमी ट्रेनिंग मैनुअल का विमोचन कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा किया गया।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी अध्यापक सम्मेलन में उपस्थित प्रतिभागी।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित वाडिया संस्थान के निदेशक डॉ कालाचांद साईं ने कहा कि आज भारत में विज्ञान एवं शोध के क्षेत्र में करियर की दृष्टि से बहुत से विकल्प उपस्थित हैं। किसी भी विद्यार्थी के भीतर वैज्ञानिक सोच का विकास बहुत महत्पूर्ण है। वहीं, पूर्व पीसीसीएफ़ डॉ जयराज ने विद्यार्थियों को अपने अनुभव साझा करते हुये उनको आगे बढ़ने के लिये विभिन्न सुझाव प्रदान किये। कार्यक्रम में उपस्थित सीआईएमएस संस्थान के चेयरमैन एडवोकेट ललित जोशी ने कहा कि उनके संस्थान ने यूसर्क के विज्ञान चेतना केंद्रों के माध्यम से चयनित पूरे प्रदेश से 65 विद्यार्थियों को उनके संस्थान में बिना शिक्षण शुल्क के प्रवेश दिया जायेगा। कार्यक्रम का संचालन वैज्ञानिक डॉ ओम प्रकाश नौटियाल द्वारा किया गया तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ मन्जू सुन्दरियाल द्वारा किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से वैज्ञानिक डॉ भवतोष शर्मा, डॉ राजेन्द्र राणा, उमेश चन्द्र, ओम जोशी, राजदीप जंग, हरीश प्रसाद ममगाईं, शिवानी पोखरियाल, राजीव बहुगुणा, रमेश रावत आदि ने सक्रिय सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम में विभिन्न शिक्षण संस्थानों की शिक्षिकाओं, शिक्षकों, विद्यार्थियों सहित 275 से अधिक लोगों ने प्रतिभाग किया।

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी अध्यापक सम्मेलन में सम्मानित शिक्षकों के साथ ग्रुप पोज देते अतिथिगण।

शिक्षकों को इन चार श्रेणियों में तृतीय विज्ञान शिक्षा प्रसार सम्मान-2023 से सम्मानित किया गया

विज्ञान शिक्षा:
1. सुंदर लाल, स0अ0, एल0टी0 (विज्ञान) रा0इ0का0 कोटधार, गमरी, उत्तरकाशी
2. डा0 आलोक मैठाणी, प्रवक्ता रा0इ0का0 तौलीसैंण मुखेम, प्रतापनगर, टिहरी  गढ़वाल
3. विनिता जगदीश चैधरी, प्रवक्ता (जीव विज्ञान) रा0बा0इ0का0 फाजिलपुर महरोला, ऊधमसिंह नगर
4. कैप्टन गीतांजली जोशी, प्रवक्ता (गणित) रा0इ0का0 डूंण्डा, उत्तरकाशी
5. अजय कुमार जोशी, प्रवक्ता (भौतिकी) रा0इ0का0 बगवाली पोखर, अल्मोड़ा
6. शिवानी कोटनाला, स्पेशल एजुकेटर लर्निग ट्री स्पेशल स्कूल, देहरादून
 प्रौद्योगिकी:
1. रघुबीर सिंह, प्रवक्ता (जीव विज्ञान), अ0उ0रा0इ0का0, चाकीसैंण थलीसैंण, पौड़ी गढ़वाल
2.  भास्कर जोशी, स0अ0, रा0प्रा0वि0-बजेला, धौलादेवी, अल्मोड़ा
3. डा0 अतुल बमराड़ा, स0अ0, रा0माॅ0प्रा0वि0 गंगा भोगपुर, यमकेश्वर, पौड़ी गढ़वाल
पर्यावरण संरक्षण:
1. पुष्कर सिंह नेगी, प्रधानाचार्य, पब्लिक इ0का0, सुरखेत, पौड़ी गढ़वाल
2. रमेश सिंह रावत, प्रवक्ता, रा0इ0का0, नाई, अल्मोड़ा
3. सुरेन्द्र कुमार, प्रधानाध्यापक रा0प्रा0वि0, दार्मीगाड़ चकराता, देहरादून
 सामाजिक चेतना:
1. राघवेन्द्र उनियाल, स0अ0, रा0प्रा0वि0 ज्ञानशु, पुराना, उत्तकाशी
2. त्रिलोचन जोशी, स0अ0,एल0टी0 (गणित) रा0उ0मा0वि0, छीनीगोठ, चम्पावत
3. नवीन चन्द्र पंत, स0अ0, एल0टी (गणित) रा0उ0मा0वि0, पल्सों, चम्पावत

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