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दिल दहला देगा सहस्रताल रेस्क्यू का वीडियो, बर्फ में दबे मिले ट्रेकर्स के शव, पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा

एसडीआरएफ उत्तराखंड ने ट्रेक की विषम परिस्थितियों को पार कर शेष 04 ट्रेकर्स के शव भी निकाले, 22 सदस्यीय ट्रेकिंग दल में 09 की हुई मौत

Rajkumar Dhiman, Dehradun: उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्र में 4100 से 4400 मीटर की ऊंचाई पर स्थित सहस्रताल ट्रेक में बर्फीले तूफान का शिकार हुए ट्रेकिंग दल को बचाने के लिए एसडीआरएफ उत्तराखंड को दुर्गम परिस्थितियों से टकराना पड़ा। एसडीआरएफ की हाई एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीम ने 13 ट्रेकरों की जान तो बचा ली, लेकिन 09 ट्रेकर रेस्क्यू टीम के पहुंचने से पहले ही दम तोड़ चुके थे। ट्रेक पर हालत इतने विकट थे कि 05 ट्रेकरों के शव निकाले जाने के बाद शेष 04 शवों के लिए दूसरी और तीसरी बार रेस्क्यू ऑपरेशन करना पड़ा। अब सभी ट्रेकरों के शव निकाल लिए गए हैं, मगर इस दौरान जो वीडियो सामने आए हैं, वह दिल दहला देने वाले हैं। वहीं, पुलिस ने स्वतः संज्ञान लेकर ट्रेकिंग एजेंसी हिमालयन व्यू के संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। क्योंकि, प्रकरण में ट्रेकिंग एजेंसी की खामी उजागर हुई है।

ट्रेकरों के शवों को लाने के लिए जब एसडीआरएफ की टीम ने वायु सेना के एमआई-17 हेलीकॉप्टर की मदद से अभियान चलाया तो विकट हालात ने पल-पल परीक्षा ली। उच्च हिमालयी क्षेत्र के ट्रेक पर अत्यधिक बर्फबारी के चलते शव काफी हद तक बर्फ में गए थे। जिसे देख कर अंदाजा लगाया जा सकता था कि बर्फीले तूफान ने न सिर्फ राह भटकाने का काम किया, बल्कि अत्यधिक ठंड ने भी ट्रेकर्स के लिए बेहद जटिल हालात पैदा कर दिए। रेस्क्यू में बचाए गए एक ट्रेकर ने एसडीआरएफ को यही भी बताया कि बर्फीले तूफान की रफ्तार करीब 90 किलोमीटर प्रति घंटा रही होगी। जिन ट्रेकरों की मौत हुई है, उनमें एक की उम्र 71 वर्ष, जबकि दूसरे की 61 वर्ष थी।

दून में अस्पताल में भर्ती ट्रेकर्स।

ऐसे में सवाल यह भी उठ रहे हैं कि क्या इतने दुर्गम ट्रेक पर जाने से पहले ट्रेकिंग दल के सभी सदस्यों का भलीभांति स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। हालांकि, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के निर्देश दे चुके हैं और मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने जांच मंडलायुक्त गढ़वाल विनय शंकर पांडे को सौंपी है। दूसरी तरफ उत्तरकाशी जिले के पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने बताया कि ट्रेकिंग एजेंसी हिमालयन व्यू पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस ने स्वतः संज्ञान लेकर मनेरी थाना में एसएसआई की ओर से मुकदमा पंजीकृत किया गया है। ट्रेकर दल उत्तराखंड के जनपद टिहरी व उत्तरकाशी के मध्य स्थित सहस्रताल ट्रेक पर 29 मई 2024 को निकला था। शुरुआत में दल के 04 सदस्यों की मृत्यू होने और अन्य सदस्यों के क रुट में फंसने की सूचना 04.06.2024 को मिली थी।

एसडीआरएफ ने इन्हें किया रेस्क्यू
1. जय प्रकाश वी.एस उम्र- 61 वर्ष, निवासी गिरी नगर बैंगलोर (वर्तमान में देहरादून में)
2. भरत वी., उम्र-53 वर्ष, निवासी हंपी नगर बैंगलोर (वर्तमान में देहरादून में)
3. अनिल भटा, उम्र-52, निवासी जोप नगर बैंगलोर (वर्तमान में देहरादून में)
4. मधुकिरन रेड्डी, उम्र-52, निवासी बैंगलोर (वर्तमान में देहरादून में)
5. शीना लक्ष्मी, उम्र-48, निवासी केआर.पुरम बैंगलोर (वर्तमान में देहरादून में)
6. शौम्या के., उम्र-31 वर्ष, निवासी बैंगलोर (वर्तमान में देहरादून में)
7. शिवा ज्योति, उम्र-45, निवासी एच.एस.आर. बैंगलोर (वर्तमान में देहरादून में)
8. स्मूर्ति प्रकाश डोलास, उम्र-45, निवासी पूणे, महाराष्ट्र (वर्तमान में देहरादून में)
9. विनायक एम.के., उम्र-47, निवासी प्रेस्टीज सिटी, बैंगलोर (वर्तमान में भटवाड़ी में सुरक्षित)
10. श्रीरामल्लु सुधाकर, उम्र-64, निवासी एस.आर.के. नगर बैंगलोर (वर्तमान में भटवाड़ी में सुरक्षित)
11. विवेक श्रीधर, उम्र- 37 वर्ष, निवासी- बैंगलोर, (वर्तमान में भटवाड़ी में सुरक्षित)
12. नवीन ए, 40 वर्ष, निवासी- बैंगलोर
13. ऋतिका, 37 वर्ष, निवासी- बैंगलोर

05 मृतक ट्रेकर्स, जिनके शव पहले ही निकाल लिए गए थे
1. आशा सुधाकर उम्र-71 वर्ष, निवासी बैंगलोर
2. सिंधु, उम्र-45 वर्ष, निवासी बैंगलोर
3. सुजाता उम्र-51 वर्ष, निवासी बैंगलोर
4. विनायक, उम्र-54 वर्ष, निवासी बैंगलोर, साउथ कर्नाटक
5. चित्रा परिणीथ, उम्र-48 वर्ष, निवासी बैंगलोर

इनके शव 06 जून को निकाले जा सके
1.पद्मिनी हेगड़े पुत्री शैलजा हेगड़े-उम्र 35
2.वेंकटेश प्रसाद नागराम उम्र-52 वर्ष
3.अनीता पत्नी रंगप्पा-उम्र 61 वर्ष
4.पद्मनाभन केपी पुत्र नामालूम-उम्र 50 वर्ष

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