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ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का बहाना, दून को है संवारना

समिट की थीम पर एमडीडीए बनाएगा दो विशाल अस्थाई द्वार, फसाड नीति के अनुरूप नजर आएंगे समिट स्थल एफआरआइ तक के मार्गों के व्यापारिक प्रतिष्ठान

Usha Gairola, Dehradun: ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के बहाने मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) के पास दून शहर की सूरत संवारने का अच्छा मौका है। ख़ास बात यह कि एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी इस दिशा में आगे बढ़ भी रहे हैं। समिट के लिए दून की निखरा रूप मेहमान निवेशकों को आकर्षित करेगा और इस बहाने सड़कों की बेहतर स्थिति से दूनवासियों को लाभ मिलेगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इन्वेस्टर्स समिट के लिए लोगो व वेबसाइट लॉन्च कर चुके हैं।

दिसंबर माह में प्रस्तावित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए दून को आकर्षक बनाने के लिए एमडीडीए ने कमर कस ली है। इन्वेस्टर्स समिट का एहसास निवेशकों और अन्य प्रतिभागियों को जौलीग्रांट एयरपोर्ट से बाहर निकलते ही होने लगेगा। समिट की थीम के अनुरूप जौलीग्रांट एयरपोर्ट के पास व फिर इसके बाद दून की तरफ दो विशेष अस्थाई द्वार बनाए जाएंगे और इन्हें पहाड़ी शैली में तैयार किया जाएगा।

शनिवार को मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के प्रस्तावित कार्यों समेत विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की। कंसल्टेंट ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से बताया कि जौलीग्रांट एयरपोर्ट से लेकर आयोजन स्थल तक कुल 11 मार्गों का सौंदर्यीकरण 61.81 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। प्रत्येक मार्ग के लिए अलग थीम और अलग पेंटिंग की व्यवस्था की जाएगी। इनमें उत्तराखंड की संस्कृति के साथ ही हिमालयी वन्यजीव, स्थानीय भोजन आदि की थीम के साथ मेहमानों का स्वागत किया जाएगा। सभी मार्गों पर व्यापारिक प्रतिष्ठानों को फ़साड नीति (अग्र भाग में समानता) के अनुरूप संवारा जाएगा और एक समान साइन बोर्ड लगाए जाएंगे। इसके साथ ही मार्ग पर पड़ने वाले सभी फ्लाईओवर को भी अलग-अलग थीम पर संवारा जाएगा। साथ ही डिवाइडरों को ठीक करने, लैंडस्केपिंग करने और विभिन्न स्थानों पर पेड़ों को रंग-विरंगी डोरियों से सजाया जाएगा।

बंशीधर तिवारी, उपाध्यक्ष, मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण

समिट को कम समय बचा, युद्ध स्तर पर जुटें अभियंता
एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने कहा कि इन्वेस्टर्स समिट के लिए अब कम समय बचा है। लिहाजा, सभी अभियंता युद्ध स्तर पर काम में जुट जाएं। हालांकि, उन्होंने कहा कि जी-20 सम्मेलन के दौरान किए गए कार्यों से प्राधिकरण को काफी अनुभव पहले ही प्राप्त भी हो चुका है। साथ ही कहा कि यह समय शहर को संवारने के लिए भी उपयुक्त है। समिट के बहाने शहर को बेहतर बनाने में भी मदद मिलेगी। बैठक में प्राधिकरण के सचिव मोहन सिंह बर्निया, अधीक्षण अभियंता एचसीएस राणा आदि उपस्थित रहे।

इन सड़कों को बनाया जाएगा बेहतर
सड़क, लंबाई (किमी में)
एरपोर्ट से रिस्पना पुल, 20.9
रिस्पना पुल-प्रिंस चौक-दर्शनलाल चौक, 4.7
आराघर-सर्वे चौक-घंटाघर, 4.4
सीएमआइ-बुद्धा चौक-दर्शनलाल चौक, 1.4
सर्वे चौक-तिब्बती बाजार-घंटाघर, 1.9
घंटाघर-बल्लूपुर चौक, 3.4
सहस्रधारा क्रासिंग-सहस्रधारा क्रासिंग, 7.5
एयरपोर्ट-थानो मार्ग-सर्वे चौक, 28.5
आशारोड़ी-बल्लूपुर चौक, 15.3
बल्लूपुर-प्रेमनगर, 5.2
दिलाराम बाजार-सीएम हाउस, 2.9
कुल 11 सड़क, 96.1 किमी

इन्वेस्टर्स समिट के लिए इन सड़कों का होगा कायाकल्प।

आढ़त बाजार में तैयार होंगे 350 प्लाट, जल्द टेंडर आमंत्रित
बैठक में हरिद्वार बाइपास मार्ग के निकट प्रस्तावित आढ़त बाजार को लेकर भी प्रस्तुतिकरण दिया गया। बताया गया कि यहां पर अलग-अलग साइज के कुल 350 प्लाट प्रस्तावित तैयार किए जाएंगे। साथ 12 मीटर चौड़ी सड़कों के अलावा भारी वाहनों व छोटे लोडिंग वाहनों के लिए पर्याप्त पार्किंग, रेन वॉटर हार्वेस्टिंग, चार शौचालय, इलेक्ट्रिक सबस्टेशन, धर्म कांटा, गेस्ट हाउस, प्राधिकरण कार्यालय प्रस्तावित किये गए हैं। उपाध्यक्ष ने इन कार्यों के लिए जल्द टेंडर अमंत्री करने के निर्देश दिए।

रिस्पना नदी किनारे बनेगी आवासीय परियोजना
बैठक में बताया गया कि कैनाल रोड पर बालासुंदरी0 मंदिर से सहस्त्रधारा रोड पर जाने वाले मार्ग पर रिस्पना नदी के किनारे स्थित प्राधिकरण की भूमि पर आवासीय परियोजना तैयार की जाएगी। जिसमें दो, तीन, व चार बीएचएके के फ्लैट प्रस्तावित किए गए हैं। इसके अलावा आमवाला तरला में निर्माणाधीन आवासीय योजना की प्रगति भी जानी गई। बताया गया कि इस पर दोबारा काम शुरू करा दिया गया है।इसी तरह आइएसबीटी परियोजना में 166 फ्लैट बिक्री के लिए रह गए हैं, जिस पर उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने जल्द इनकी बिक्री का कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। इसके अलावा धौलास परियोजना को लेकर अवगत कराया गया कि बैंक आफ बड़ौदा ऋण वितरण में देरी कर रहा है और इस दिशा में पत्राचार करने की जरूरत है।

इंदिरा मार्केट री-डेवलपमेंट प्लान के ठेकेदार को नोटिस
इंदिरा मार्किट री-डेवलपमेंट परियोजना के निर्माण में हीलाहवाली पर उपाध्यक्ष ने नाराजगी जताते हुए ठेकेदार को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। इसी तरह सहस्रधारा हेलीपैड के सामने बन रहे सिटी पार्क की धीमी प्रगति पर भी ठेकेदार को कारण बताओ नोटिस करने को निर्देशित किया।

प्रस्तावित परियोजना का प्रतीकात्मक चित्र।

यह निर्देश भी किए गए जारी
-जल संस्थान के राजपुर रोड पर स्थित कार्यालय परिसर में पार्किंग निर्माण के निर्देश
-राजपुर स्थित डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क का संचालन हेतु उपाध्यक्ष ने निर्देशित किया कि यहां पर यूपीआइ/आनलाइन माध्यम से टिकट का पैसा लिया जाए, ताकि पारदर्शिता बनी रही।
-पार्क को सुबह समय से खोलने के साथ ही परिषर में स्थित कैंटीन का भी जल्द संचालन करने को होंगे टेंडर
-मसूरी मॉल रोड के सौंदर्यीकरण की प्रगति बढ़ाने और प्रस्तावित इको पार्क को टेंडर जारी करने के निर्देश
-मसूरी मॉल रोड के फसाड़ का कार्य भी नीति के अनूरूप करने के निर्देश दिए।
-एश्ले हाल पर सहकारिता विभाग की भूमि समेत निरंजनपुर में भी सहकारिता विभाग की 20 बीघा भूमि पर कमर्शियल कांप्लेक्स की संभावना तलाशी जाएगी।

ऋषिकेश में यूनिटी माल का डिजाइन योग की मुद्रा में होगा
बैठक के दौरान ऋषिकेश में प्रस्तवित यूनिटी मॉल का भी प्रस्तुतिकरण दिया गया। कंसलटेंट ने बताया कि ऋषिकेश योग नगरी के नाम से विख्यात है, लिहाजा यूनिटी माल का निर्माण योग की ही पद्मासन मुद्रा पर आधारित किया जाएगा। इसका फ्रंट एलेवशन उत्तराखंडी शैली पर होगा। इसी प्रकार से देहरादून के सिटीजंक्शन मॉल का पुनर्विकास भी पहाड़ी शैली पर किया जाएगा। माल में एक अतिरिक्त तल के निर्माण की संभावना पर उपाध्यक्ष तिवारी ने आइआइटी रुड़की से लोड बियरिंग परीक्षण कराने को कहा।

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